दिल्ली में यमुना नदी के डूब क्षेत्र में हजारों लोग आज भी झुग्गी बस्तियों में रहते हैं. इसमें से कुछ ऐसे शरणार्थी भी हैं जो पाकिस्तान से आए हिंदू हैं. अब दिल्ली विकास प्राधिकरण ने एक नोटिस जारी करके इन पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को कहा है कि वे इलाका खाली कर दें. मजनू का टीला के आसपास डूब क्षेत्र में DDA अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है, ऐसे में शरणार्थियों को जगह खाली करने को कहा गया है. अब शरणार्थियों का कहना है कि इतनी जल्दी वे कहां जाएंगे और उनके पास रहने को कोई जगह भी नहीं है.
डीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) के आदेश के बाद 7 और 8 मार्च को अतिक्रमण हटाया जाना था. हालांकि, अब कहा जा रहा है कि पुलिस बल उपलब्ध न होने की वजह से इसे टाला गया है.
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दो दिन पहले दिया गया नोटिस
मजनू का टीला इलाके में रहने वाले एक शरणार्थी ने बताया कि पूरे कैंप को सूचना दी गई है और नोटिस भी थमाए गए हैं. उनका कहना है कि लोग अभी बाढ़ में हुए नुकसान से उबरे ही हैं कि अब यहां बुलडोजर चलने वाला है. ऐसे में लोगों की समस्या यही है कि अचानक वे कहां चले जाएं?
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बताया गया कि गुरुवार और शुक्रवार होने वाली अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के लिए मंगलवार रात को नोटिस दिया गया. हालांकि, अभी तक किसी ने अपनी झुग्गी या घर नहीं हटाया है. दरअसल, एनजीटी ने डीडीए को कहा है कि वह यमुना नदी के डूब क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कराए.
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