डीएनए हिंदी: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में एक अग्रिम सैन्य स्थल पर सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाया. अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर शस्त्र पूजा भी की. राजनाथ सिंह ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान पर सैनिकों के साथ दशहरा ऐसे समय मनाया है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले कुछ स्थानों पर तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा तेजी से बढ़ी है, क्योंकि देश के जवानों ने भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखा है. सैन्य शक्ति के मामले में भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है. सुरक्षाबलों की प्रशंसा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, 'जिस कठिन परिस्थितियों में आप देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं,देशवासियों को आप पर गर्व है. आप धूप, गर्मी, सर्दी देखे बगैर हर समय सीमा पर तैनात रहते हैं.'
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दशहरा के मौके पर राजनाथ करते हैं पूजा
राजनाथ सिंह पिछले कई वर्षों से दशहरा के दौरान ‘शस्त्र पूजा’ करते रहे हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में वह जब केंद्रीय गृह मंत्री थे तब भी वह आज के दिन ‘शस्त्र पूजा’ किया करते थे. भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले कुछ स्थानों पर तीन साल से अधिक समय से टकराव बना हुआ है जबकि दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.
भारत सरकार का कहना है कि चीन के साथ उसके संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होती. सेना ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध के बाद सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों सहित करीब 3,500 किलोमीटर लंबी एलएसी पर सैनिकों और हथियारों की तैनाती को काफी बढ़ा दिया है.
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