डीएनए हिंदी: भारत में मुसलमानों के अधिकारों को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा लगातार निशाने पर हैं. बीजेपी के मुख्यमंत्रियों से लेकर केंद्रीय मंत्री तक सब ओबामा के बयान पर पलटवार कर रहे हैं. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ओबामा की टिप्पणी पर ऐतराज जताया. राजनाथ ने कहा कि ओबामा को ये नहीं भूलना चाहिए कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो विश्व में रहने वाले सभी लोगों को अपने परिवार का सदस्य मानता है. उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया.'
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ओबामा के बयान पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे, तब 6 मुस्लिम-बहुल देशों पर 26,000 से अधिक बमों से हमला किया गया था. वित्तमंत्री ने कहा कि बराक ओबामा दावों पर कैसे विश्वास किया जा सकता है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि वह अमेरिका से दोस्ती को महत्व देती हैं लेकिन ओबमा का यह बयान दुर्भावनापूर्ण है.
राजनाथ सिंह ने यह बात जम्मू-कश्मीर में एक कार्यक्रम के दौरान कही. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व पटल पर भारत की प्रतिष्ठा और कद में इजाफा हुआ है. राजनाथ ने जम्मू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज जब भारत बोलता है तो दुनिया ध्यान से सुनती है, जबकि पहले ऐसा नहीं होता था. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा और कद में इजाफा हुआ है. पहले जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ कहता था तो उसे इतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता था. लेकिन 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के बाद से स्थिति बदली गई है.
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पाकिस्तान को दी चेतावनी
पाकिस्तान को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ताकतवर बनता जा रहा है और जरूरत पड़ी तो वह सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो उस पार भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. राजनाथ ने 2016 में सीमापार हुई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और 2019 में हुई बालाकोट हवाई हमले का भी जिक्र किया. भारत अब पहले जैसा भारत नहीं रहा. भारत ताकतवर बनता जा रहा है. जरूरत पड़ी तो भारत सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो उस पार भी जा सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी के नेतृव में हमारी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है और पहली बार न केवल देश, बल्कि दुनिया को पता चला है कि आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का क्या मतलब होता है.’
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राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला केवल 10 मिनट में ले लिया था. पुलवामा और उरी दोनों ही दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं थीं. प्रधानमंत्री ने (सर्जिकल स्ट्राइक करने का) फैसला लेने में केवल 10 मिनट लिए, जो उनके मजबूत दृढ़संकल्प को दिखाता है. हमारे बलों ने न केवल सीमा के इस ओर आतंकवादियों को ढेर किया, बल्कि उन्हें मार गिराने के लिये उस पार भी गए.’ आतंकवादियों ने सितंबर 2016 में उरी में सेना के एक शिविर पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान मारे गये थे. घटना के एक पखवाड़े बाद सीमापार ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ को अंजाम दिया गया और आतंकवादियों के ‘लांच पैड’ तबाह कर दिए गए. (भाषा इनपुट के साथ)
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