डीएनए हिंदी: दिल्ली-एनसीआर के लिए शुक्रवार को हुई बारिश थोड़ी राहत लेकर आई है. दिन भर रुक-रुककर होती रही बारिश ने प्रदूषण को काफी हद तक कम किया है और लोगों के लिए सांस लेने लायक हवा बनाई है. हालांकि, वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बारिश के साथ तेज हवाओं का चलना भी फायदेमंद माना जाता है है. दिवाली से पहले हुई बारिश और हवाओं ने मौसम को त्योहार के लिहाज से खुशनुमा जरूर बना दिया है. अब 14 नवंबर तक के लिए एयर क्वालिटी पहले की तुलना में काफी बेहतर हो गई है. दिल्ली के कुछ हिस्सों में एक्यूआई 200 से नीचे है. हालांकि, कुछ इलाकों में यह 250 के आसपास भी है. जानें दिल्ली-एनसीआर में कितनी बारिश हुई है और प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कितनी और बारिश की जरूरत है.
पूरी दिल्ली में हल्की बारिश देखी गई है जिसमें लोधी रोड और सफदरजंग समेत कुछ इलाकों में 6 मिलीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है. पहाड़ों पर हुई बर्फबारी की वजह से मैदानी इलाकों में हल्की बारिश हुई है. हवा की गति भी तेज है. स्काईनेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने एक निजी मीडया समूह से बात करते हुए कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बारिश हुई है और 11 नवंबर से 14 नवंबर तक तेज हवाओं का अनुमान है. हालांकि, इससे प्रदूषण पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाएगा.
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3 हफ्ते से लगातार प्रदूषण से बेदम थी दिल्ली-एनसीआर
अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण सारे रिकॉर्ड्स तोड़ रहा था. हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए कृत्रिम बारिश की व्यवस्था की बात भी कही जा रही थी. दिल्ली में सभी स्कूलों-यूनिवर्सिटी समेत सार्वजनिक जगहों पर पानी के छिड़काव का निर्देश दिया गया है. शुक्रवार को हुई बारिश के बाद मौसम विभाग का अनुमान है कि इस महीने 2-3 बार और बारिश हो सकती है. हालांकि, बारिश और तेज हवाओं की वजह से एक्यूआई में सुधार दिखेगा. शुक्रवार को ही इसमें 200 से ज्यादा का अंतर आया है, लेकिन यह बारिश और हवाएं इतनी प्रभावी नहीं हैं कि प्रदूषण के कण पूरी तरह से हवा में बिखरकर फैल जाएं. बहरहाल दमघोंटू जहरीली हवा से लोगों को राहत मिलेगी.
दिवाली से पहले मिलेगी राहत
मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार शाम तक कुछ जगहों पर 3-4 घंटे तक बारिश देखी जा सकती है. इससे हवा की गुणवत्ता बड़े स्तर पर सुधरने वाली है. तेज हवाओं का दौर जो कि 4-5 किलोमीटर प्रति घंटे था वह बढ़कर 15-16 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है. 14 नवंबर तक तेज हवाएं चलती रहेंगी जिससे प्रदूषण के कण फैलेंगे और लोगों को काफी हद तक इससे राहत मिलेगी. बारिश के साथ ही ठंड ने भी औपचारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दस्तक दे दी है.
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