डीएनए हिंदी: दिल्ली में हर साल बढ़ने वाले प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ सालों से पटाखों पर बैन लगाया जाता है. इस साल भी दिल्ली सरकार ने पटाखों पर बैन लगाया था, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे लागू करने को कहा था. तमाम प्रतिबंधों के बावजूद दिल्ली में इस साल भी जमकर पटाखे चले. नतीजा यह रहा कि देर रात ही दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खतरनाक स्तर को भी पार कर गया. सुबह होते-होते दिल्ली में एक बार फिर से धुंध छा गई है और हवा में जहरीला धुंआ भर गया है. अगर हवा की रफ्तार तेज नहीं होती है तो आने वाले एक-दो दिन में दिल्ली के हालात फिर से पहले जैसे ही हो जाएंगे.
दिवाली की शाम तक दिल्ली का औसत AQI 218 था जो कि पिछले 8 सालों में सबसे बेहतर था. इसके बाद शाम से ही पटाखे चलने लगे. आर के पुरम में AQI का लेवल सबसे ज्यादा 999 तक पहुंच गया था. वहीं, जहांगीरपुरी में 847, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के आसपास 710 और रोहिणी में 586 था. ऐसे में लोगों को एक बार फिर से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
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दिल्ली में छा गई धुंध
दिवाली पर जमकर चले पटाखों की वजह से रात में ही मोटा काला धुंआ आसमान में छाने लगा था. सुबह होते-होते दिल्ली के कई इलाकों में धुंध के चलते विजिबिलिटी काफी कम हो गई है. ऐसे में अब दिल्ली को एक बार फिर से बारिश की जरूरत है जिससे यह प्रदूषण धुल सके, वरना लोगों को फिर से आंख में जलन, सांस लेने में तकलीफ और त्वचा संबंधी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
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बता दें कि दिल्ली में GRAP 4 के प्रतिबंध लागू हैं जिसके चलते कई तरह की गतिविधियां रोक दी गई हैं और स्कूलों में विंटर वैकेशन भी पहले ही कर दिया गया है. तमाम एजेंसियों की ओर से जितने भी कदम उठाए जा रहे थे, उन पर इन पटाखों ने पानी फेर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के मामले पर सख्त टिप्पणी करते हुए निर्देश दिए थे कि पटाखे न चलाए जाएं. अब देखना होगा कि उसके आदेश के उल्लंघन पर वह क्या कार्यवाही करता है.
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