राजधानी दिल्ली में एक महिला के साथ ऐसी दरिंदगी हुई जिसने सबका दिल दहला कर रख दिया है. एक ही युवती के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप कर उसे सड़क किनारे मरने के लिए छोड़ दिया. मामाले में करीब 21 दिन बाद पुलिस ने आखिरकार आरोपियों को पकड़ लिया है. आरोपियों की पहचान प्रमोद, मोहम्मद शमशुल और प्रभु महतो के नाम से हुई है. प्रमोद कबाड़ी की दुकान चलाता है. वहीं शमशुल भीख मांगता है. तीसरा प्रभु ऑटो चलाता है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 11 अक्टूबर को दिल्ली के सराय काले खां में एक युवती बदहवास हालत में पड़ी थी. महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं थी. वहां से गुजर रहे एक आर्मी ऑफिसर ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने 700 सीसीटीवी फोटेज खंगाले तो पता चला कि उस रात सेंट्रल दिल्ली में एक छोटी सी दुकान चलाने वाले कबाड़ व्यापारी ने शराब पी रखी थी. उसकी नजर महिला पर पड़ी और वह गिद्ध की तरह उस पर टूट पड़ा. तभी वहां भिखारी शमशुल पहुंचा और उसने भी महिला के साथ रेप की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.
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रात गहराती जा रही थी, तभी वहां से ऑटो चालक प्रभु गुजर रहा था. वो भी शराब के नशे में धुत था. सुनसान जहग पर उसने दो लोगों को महिला के साथ देखा. यह सब देख उसके अंदर का भी हैवान जाग उठा और तीनों ने मिलकर महिला के साथ गैंगरेप किया. रेप करने के बाद ऑटो चालक ने जबरदस्ती महिला को ऑटो में बिठाया और फिर उसके साथ रेप कर उसे सुनसान जहग पर किसी सामान की तरह फेंक दिया. पुलिस ने जाच में 150 ऑटो खंगाले जो बताई जानकारी से मेल खाते थे. आखिरकार पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही तीनों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है.
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