दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, अब डेंगू और मलेरिया ने भी फैलाया डर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 12, 2023, 07:15 AM IST

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Delhi Dengue Cases: दिल्ली में भारी बारिश, जलभराव और बाढ़ के खतरे के बीच अब डेंगू और मलेरिया ने भी पैर पसारना शुरू कर दिया है.

डीएनए हिंदी: दिल्ली में इस साल की बारिश ने कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जितनी बारिश पूरे सीजन में होती है उसका एक चौथाई हिस्सा तो एक ही दिन में बरस गया. चारों तरफ जलभराव की स्थिति है और यमुना में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इसी बीच दिल्लीवासियों को बीमारियों का भी सामने करना पड़ रहा है. दिल्ली में डेंगू और मलेरिया तेजी से पैर पसार रहे हैं. पानी में पैदा होने वाले मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों ने पहले भी दिल्ली को खूब परेशान किया है. अभी तक दिल्ली में डेंगू के 136 मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही, मलेरिया संक्रमण के मामले में भी तेजी से बढ़ रहे हैं. 

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए मंगलवार को सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. नगर अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस साल 8 जुलाई तक दिल्ली में डेंगू के 136 और मलेरिया के 43 मामले दर्ज किए गए हैं. सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया, 'मच्छर जनित बीमारियों के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पर बैठक की. मच्छर जनित बीमारियों में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया शामिल हैं. इन बीमारियों को फैलने नहीं देने का निर्देश दिया है.'

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यमुना में आ गई है बाढ़
इस साल दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड में भी जमकर बारिश होती है. उत्तराखंड से निकलकर हरियाणा के रास्ते दिल्ली आने वाली यमुना नदी में भारी बारिश और हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के चलते बाढ़ जैसे हालात हो चुके हैं. दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. इसका नतीजा यह हुआ है कि पुराने रेलवे ब्रिज पर ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया है. दूसरी तरफ, निचले इलाकों को खाली करवाया गया है और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है.

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आशंका जताई गई है कि अगर इसी रफ्तार से यमुना का जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना खादर, सोनिया विहार, ओखला विहार और कई अन्य निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है. पुरानी दिल्ली के यमुना बाजार इलाके में पहले ही पानी भर चुका है जिसके चलते लोगों को वहां से निकाला गया है. दिल्ली की मंत्री आतिशी और उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने अलग-अलग दौरे किए हैं और खतरे वाले इलाकों का हाल जाना है.

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