डीएनए हिंदी: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय के रिमांड में हैं. इस बीच उन्होंने जांच एजेंसी पर टॉर्चर करने का गंभीर आरोप भी लगाया है. आप सांसद ने आरोप लगाया था उन्हें प्रताड़ित करने के लिए बिना सीसीटीवी वाले पुलिस लॉकअप में स्थानांतरित करने के लिए झूठे आधार बनाए गए हैं. इसके जवाब में जांच एजेंसी ने कहा है कि आरोपी को लॉकअप या हवालात में स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है. आप सांसद ने कोर्ट में दावा किया है कि जांच एजेंसी उन्हें टॉर्चर करने के लिए झूठे आधार बना रही है. हालांकि, अब ईडी ने दिल्ली की अदालत में स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी कोई योजना नहीं है. बता दें कि दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले की जांच में संजय सिंह पर शिकंजा कसा है.
दिल्ली में कथित शराब घोटाला केस में संजय सिंह से पहले मनीष सिसोदिया भी फरवरी महीने से अरेस्ट हैं और अब तक उनकी जमानत नहीं हो सकी है, आम आदमी पार्टी बार-बार इसे बीजेपी की बदले की भावना से की जाने वाली कार्रवाई बता रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल का भी कहना है कि जांच में एजेंसियों को कुछ नहीं मिलता है लेकिन बस राजनीतिक दबाव में सबका समय बर्बाद किया जा रहा है.
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तुगलक रोड थाने में लाने की थी योजना
संजय सिंह ने जांच एजेंसी पर टॉर्चर का आरोप लगाते हुए तुगलक रोड थाने शिफ्ट करने की योजना का दावा किया था. इसके जवाब में केंद्रीय जांच एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश विकास ढुल के सामने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ईडी के कार्यालय में कीड़े-मकोड़े मारने के लिए स्प्रे किया गया था. इस वजह से शिफ्ट करने की योजना थी लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति स्प्रे का काम पूरा हो गया है. कोर्ट ने आप सांसद की याचिका को बेबुनियाद बताया और उसे रद्द कर दिया.
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संजय सिंह के करीबियों से भी पूछताछ
कथित शराब घोटाले में संजय सिंह के करीबियों से भी पूछताछ की गई है. इससे पहले संजय सिंह के करीबी सहयोगियों में से एक विवेक त्यागी को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए थे. शुक्रवार को ईडी ने मामले के सिलसिले में सर्वेश मिश्रा से कई घंटों तक पूछताछ की थी. बीजेपी का कहना है कि दिल्ली में करोड़ों का घोटाला हुआ है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. जांच एजेंसी बिना किसी हस्तक्षेप के अपना काम कर रही हैं.
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