डीएनए हिंदी: दिल्ली में कथित शराब घोटाले में घिरी दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर अब बीजेपी ने एक और बड़ा आरोप लगाया है. बीजेपी ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा संचालित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स को अपग्रेड करने के लिए टेंडर प्रक्रिया में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है. भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सीबीआई को लिखित में शिकायत दी है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दावा किया कि दिल्ली जल बोर्ड ने शहर में 5 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) के उन्नयन और पांच अन्य के अपग्रेड व क्षमता वृद्धि के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं. भाटिया ने दावा किया कि परियोजनाओं की अनुमानित लागत करीब 1,500 करोड़ रुपये थी लेकिन ठेकेदारों को 1,938 करोड़ रुपये की बढ़ी हुई दर से ठेके दिए गए. उन्होंने कहा कि बोलियां आमंत्रित की गई थीं और ‘कार्टेलाइजेशन’ के बाद ही टेंडर्स दिए गए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी ईमानदार ठेकेदार को परियोजना न मिले. यह चिंताजनक है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक और घोटाला किया है.’
बीजेपी का दावा- 500 करोड़ रुये का घोटाला
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल के तंत्र को देखिए. एल1 (सबसे कम) बोली 392 करोड़ रुपये की थी लेकिन ठेका 408 करोड़ रुपये की बढ़ी हुई लागत पर दिया गया. प्रथम दृष्टया यह ठेका देने में 450-500 करोड़ रुपये का घोटाला है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई भ्रष्टाचार के पर्याय हैं और लूट में माहिर हैं तो वह सिर्फ और सिर्फ कट्टर बेईमान अरविंद केजरीवाल हैं. उन्होंने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल को तुरंत दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और कानून को अपना काम करने देना चाहिए. यह 2012-13 में आपकी ही राजनीति थी कि अगर किसी पर कोई आरोप लगता है तो उसे निर्दोष साबित होने तक तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.’
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अनुमानित लागत से 28% अधिक में दिया गया काम
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों और उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर दिल्ली जल बोर्ड द्वारा संचालित सीवेज शोधन संयंत्रों के टेंडर के लिए निविदा प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की है. सचदेवा ने आरोप लगाया कि सलाहकार द्वारा एकल उद्धरण के आधार पर अनुमानित लागत तैयार किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप अनुमानित लागत बाजार दर से अधिक थी. इस प्रक्रिया के दौरान मदों व कार्यों (मुख्य रूप से सिविल कार्यों) की दरें उच्च पक्षों के हिसाब से तैयार की गईं और उसके बाद 1,938 करोड़ रुपये में काम दिए गए, जो 1,508 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 28 प्रतिशत अधिक है.’’
बीजेपी नेता ने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि केजरीवाल जी आप भ्रम में मत रहिए. मैं आपसे कहता हूं कि आप कानून से ऊपर नहीं हैं. कानून अपना काम करेगा. वह दिन दूर नहीं जब आप भी अपने सभी भ्रष्टाचार और पापों के लिए सजा का सामना करेंगे. अरविंद केजरीवाल भी किसी अन्य भ्रष्ट व्यक्ति की तरह सलाखों के पीछे होंगे.’ भाजपा के इन आरोपों पर आम आदमी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. (PTI इनपुट के साथ)
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