NIA Probe Against Kejriwal: शराब नीति के बाद अब फंडिंग मामले में घिरे केजरीवाल, LG ने की NIA जांच की सिफारिश

Written By रईश खान | Updated: May 06, 2024, 09:18 PM IST

Arvind Kejriwal and LG VK Saxena

NIA Probe Against Kejriwal: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि चूंकि शिकायत एक मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई है और एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से प्राप्त राजनीतिक धन से संबंधित है. इसलिए जांच NIA को करनी चाहिए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीबीआई और ईडी का सामना कर रहे केजरीवाल के खिलाफ अब एक नए NIA जांच की सिफारिश की गई है. केजरीवाल पर आतंकी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' से फंडिंग लेने का आरोप लगा है. आम आदमी पार्टी ने इसे बीजेपी की साजिश बताया है.

केंद्रीय गृह सचिव को लिखे पत्र में उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना को शिकायत मिली थी कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP को कथित तौर पर देवेन्द्र पाल भुल्लर की रिहाई के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से 16 मिलियन डॉलर की वित्तीय मदद मिली थी. 

वीके सक्सेना ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय से NIA जांच की मांग की है. उन्होंने ने कहा कि चूंकि शिकायत एक मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई है और एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से प्राप्त राजनीतिक धन से संबंधित है. इसलिए इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के फॉरेंसिक परीक्षण सहित जांच की जानी चाहिए.

केजरीवाल ने 10 साल पहले किसे लिखा था पत्र?
एलजी ने अपनी शिकायत में अरविंद केजरीवाल द्वारा जनवरी 2014 में इकबाल सिंह को लिखे गए एक पत्र का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा 'AAP सरकार पहले ही राष्ट्रपति से प्रोफेसर भुल्लर की रिहाई की सिफारिश कर चुकी है और SIT के गठन आदि सहित अन्य मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक और समयबद्ध तरीके से काम करेगी.

यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब सुप्रीम कोर्ट मौजूदा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर विचार कर रहा है. केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सर्वोच्च अदालत कल कोई फैसला सुना सकती है. केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं.

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह ''भाजपा के इशारे पर केजरीवाल के खिलाफ एक और साजिश'' है. उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली की सभी सात सीट हार रहे हैं और लोकसभा चुनाव में हार के डर से घबराए हुए हैं. भुल्लर को जून 2015 में स्वास्थ्य आधार पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से अमृतसर केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया था.


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कौन है देवेंद्र पाल भुल्लर?
अमृतसर की सेंट्रल जेल में बंद देवेंद्र पाल भुल्लर को 1993 में दिल्ली में एक बम विस्फोट में 9 लोगों की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था. उसे 25 अगस्त, 2001 को टाडा अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाई गई थी. उच्चतम न्यायालय द्वारा उसकी मौत की सजा को कम किए जाने के बाद से वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.

पन्नू ने जारी किया था वीडियो
शिकायत खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा जारी किए गए एक वीडियो से संबंधित है, जिसमें उसने आरोप लगाया कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को 2014 और 2022 के बीच खालिस्तानी समूहों से 1.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर मिले. उपराज्यपाल को दी गई शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने 2014 में अपनी यात्रा के दौरान न्यूयॉर्क के गुरुद्वारा रिचमंड हिल्स में खालिस्तानी नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठकें की थीं. केजरीवाल ने कथित तौर पर खालिस्तानी गुटों से आप को पर्याप्त वित्तीय सहायता के बदले में भुल्लर की रिहाई में मदद करने का वादा किया था.

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