डीएनए हिंदी: दिल्ली नगर निगम (MCD) के पहले सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्षदों के बीच झड़प के बाद मेयर चुनाव स्थगित कर दिया गया है. दिल्ली के मेयर चुनाव की नई तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया गया है. AAP और BJP पार्षदों के बीच एमसीडी हाउस में जमकर बवाल मचा, जिसके बाद नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण भी स्थगित कर दिया गया है. AAP ने 4 दिसंबर को हुए MCD चुनाव में 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
शुक्रवार कोएमसीडी हाउस की बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी. MCD मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव दिल्ली के सिविक सेंटर में शुक्रवार को होने वाला था. इसे लेकर जबरदस्त हंगामा मचा. निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों के शपथ लेने को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में भिड़ंत हो गई.
Kanjhawala Case: रोज नई थ्योरी, झूठ के जाल में उलझी पुलिस, क्या इन 6 सवालों का सच आएगा सामने?
क्यों भड़का मेयर इलेक्शन में हंगामा?
AAP और BJP के सभी पार्षद, मनोनीत पार्षद और अधिकारी सिविक सेंटर स्टेट एमसीडी सदन पहुंचे.जैसे ही उपराज्यपाल द्वारा घोषित पीठासीन अधिकारी बीजेपी की सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण की और उसके बाद उप राज्यपाल द्वारा मनोनीत 10 पार्षदों के शपथ ग्रहण का सिलसिला शुरू हुआ, वैसे ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे. उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले चुने हुए पार्षदों का शपथ ग्रहण होना चाहिए.
देखते ही देखते बीजेपी के पार्षदों की ओर से भी नारे लगने लगे और यह नारेबाजी हंगामा और मारपीट में तब्दील हो गई. फिलहाल सदन में हंगामा जारी है. मार्शल और सुरक्षा अधिकारी सदन में मौजूद पार्षदों को एक दूसरे से बचाने में जुटे.
Kanjhawala Case: अंजलि हॉरर केस का 6वां आरोपी आशुतोष भी गिरफ्तार, क्या अब सामने आएगा सच
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी का आरोप है कि पहले कभी भी ऐसा नही हुआ. सबसे पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाई गई. और इसी बात को लेकर आज मेयर चुनाव से पहले AAP और बीजेपी पार्षद एमसीडी सदन में भिड़े.
हंगामे की एक वजह यह भी
दिल्ली एलजी के पास प्रोटेम स्पीकर के रूप में बीजेपी पार्षद सत्य शर्मा थे, जिनका काम पार्षदों को शपथ दिलाना था. इसके बाद ही स्थायी स्पीकर का चुनाव होता है. शुक्रवार के हंगामे की एक वजह प्रोटेम स्पीकर के तौर पर सत्य शर्मा के नाम पर आप को आपत्ति थी. AAP ने इस पद के लिए अपने पार्षद मुकेश गोयल का नाम प्रस्तावित किया था.
दिल्ली में 250 सीटों के लिए एमसीडी चुनाव होता है. दिल्ली एलजी दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 के तहत 10 लोगों को नामांकित भी कर सकता है. हालांकि, ये सदस्य मेयर या डिप्टी मेयर के चुनाव में मतदान नहीं कर सकते हैं.
स्टैंडिंग कमेटी और दिल्ली तांडव का कनेक्शन
शुक्रवार को स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव होना था. एमसीडी की स्थायी समिति में कुल 18 सदस्य होते हैं. इसमें स्थायी समिति के लिए दिल्ली के कुल 12 जोन से एक-एक सदस्य का चुनाव किया गया. अन्य 6 सदस्य पार्षदों द्वारा चुने जाते हैं.
12 जोन में से 5 जोन में आप और 4 जोन में बीजेपी मजबूत है. लेकिन एलजी द्वारा मनोनीत 10 सदस्य 3 ऐसे क्षेत्रों से चुने गए जहां बीजेपी कमजोर स्थिति में है. इन सदस्यों से बीजेपी को स्टैंडिंग कमेटी में 3 और सदस्य लाने में मदद मिलती.
Weather Report: Delhi-Ncr में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, शीतलहर से और गिरेगा तापमान, आईएमडी का अलर्ट जारी
अब एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी में बीजेपी के 7 जबकि AAP के 5 सदस्य हैं. आज जिन 6 सदस्यों का चयन होना था उनमें से बीजेपी और AAP को 3-3 सदस्य मिलने थे. अगर ऐसा होता है तो स्थायी समिति के कुल 18 सदस्यों में से 10 सदस्य बीजेपी के और 8 सदस्य AAP के होंगे. इसलिए स्थायी समिति का अध्यक्ष BJP का ही होगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.