डीएनए हिंदी: दिल्ली-एनसीआर पिछले 3 दिनों से प्रदूषण की वजह से गैस चैंबर में तब्दील हो गया है. एक्यूआई लगातार खराब या बेहद खराब में बना हुआ है जिसकी वजह से ग्रैप 3 पाबंदियां लागू कर दी गई हैं. हालांकि, सोमवार को भी प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और 27 दिसंबर तक हवा का स्तर ऐसा ही रहने वाला है. सोमवार को क्रिसमस के दिन लोग बाहर निकलेंगे तो प्रदूषण और दमघोंटू हवा की वजह से लोगों का छुट्टियों का मजा किरकिरा हो सकता है. रविवार को भी राजधानी में एक्यूआई 450 के आसपास रहा है और लोगों को मास्क लगाकर ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है. सोमवार को भी ज्यादातर इलाकों की हवा बेहद खराब की श्रेणी में है और प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है.
दिल्ली-एनसीआर में इस वक्त हवा (Delhi AQI) इतनी जहरीली हो चुकी है कि अगर आप एक घंटे बिना मास्क के बाहर रहेंगे तो 10 से 12 सिगरेट का धुआं फेफड़ों में जा रहा है. सुबह के वक्त धुंध और कोहरा भी काफी है और ऐसे में लोगों के लिए बिना मास्क लगाए वॉक करना मुश्किल हो रहा है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जहरीली हवा ज्यादा नुकसानदेह है. इसके अलावा, दमा, सांस की बीमारी और सर्दी जुकाम के रोगियों को भी अगले कुछ दिनों तक खास एहतियात बरतने की जरूरत है.
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19 जगहों पर प्रदूषण बेहद गंभीर की स्थिति में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार राजधानी का औसत एक्यूआई 411 रहा है. पिछले शनिवार की तुलना में यह थोड़ा सा कम हुआ है, लेकिन हवा अब भी बेहद जहरीली बनी हुई है. दिन के समय धूप निकलने के बावजूद स्मॉग की परत कम नहीं हो रही है. शनिवार को राजधानी के 19 जगहों का प्रदूषण बेहद खराब की श्रेणी में रहा है. धुंध और खराब हवा की वजह से पार्कों में मॉर्निंग वॉक करने वालों की संख्या काफी कम हुई है.
नए साल तक प्रदूषण से नहीं मिलने वाली राहत
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को हवाओं की रफ्तार चार किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी. अभी नए साल तक प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. सुबह के समय हलके से मध्यम स्तर का कोहरा भी रह सकता है. 27 दिसंबर को प्रदूषण एक बार फिर गंभीर हो सकता है और इसके बाद अगले छह दिनों में प्रदूषण गंभीर से बेहद खराब रह सकता है. ऐसे में लोगों को जहरीली हवाओं के साथ ही साल का आखिरी सप्ताह बिताना होगा.
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