Delhi News: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के बेटे का आया 353 करोड़ के जमीन घोटाले में नाम, समझें पूरा विवाद

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 10, 2023, 09:11 PM IST

Delh Land Scam

Delhi 353 Crore Land Scam: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के बेटे का नाम एक बड़े जमीन घोटाले में आया है. उनके बेटे करन चौहान पर 19 एकड़ की जमीन के मुआवजे से जुड़े मामले में नाम आया है. NHAI के जमीन अधिग्रहण के मामले से जुड़ा हुआ है. 

डीएनए हिंदी: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार पिछले कुछ वक्त से चर्चा में हैं क्योंकि वह सीएम अरविंद केजरीवाल और दूसरे नेताओं पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच कर रहे हैं. अब 353 करोड़ की एक जमीन घोटाले में खुद उनके बेटे का ही नाम आ गया है. 19 एकड़ की जमीन का मुआवजा बढ़ाने से पिछले 3 डीएम ने इनकार कर दिया था. हालांकि, नरेश कुमार के मुख्य सचिव बनने के 40 दिन के बाद हेमंत कुमार साउथ वेस्ट ज़िले के डीएम बने थे. इसके बाद आश्चर्यजनक तरीके से जमीन के मुआवजे की राशि 41.50 करोड़ से बढ़ाकर 353 करोड़ रुपये करने के आदेश कर दिया गया था. मुआवजे की राशि ब़ढाते हुए कहा गया कि पहले जमीन कृषि भूमि के तौर चिह्नित की गई थी लेकिन यह रिहाइशी इलाका है. 

दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ही इस वक्त आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के कई मुकाबलों की जांच कर रहे हैं. ऐसे वक्त में उनके बेटे का नाम कथित जमीन घोटाले में आया है जिस पर आम आदमी पार्टी के नेता हमलावर हैं. दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले साल याचिका समिति ने मुख्य सचिव श्री नरेश कुमार पर बेहद गंभीर सवाल उठाए गए थे. अब ये नई जानकारी... इसके अलावा, दिलीप पांडेय और राघव चड्ढा ने भी इसे गंभीर मामला बताया है. 

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यह है पूरा मामला जिस पर चल रहा विवाद 
इस साल मई में दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट ने एक सड़क परियोजना के लिए बामनोली गांव में 19 एकड़ ज़मीन के लिए दो लोगों को 353 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर दिए गए थे. यह मुआवजा 18.54 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की दर से दिया गया था. NHAI ने द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए जमीन का अधिग्रहण किया है. इससे पहले 3 अधिकारियों ने मुआवजे की रकम बढ़ाने से इनकार कर दिया था. हालांकि, हेमंत कुमार ने माना कि यह जमीन एक रिहाइशी क्षेत्र में है और इसे कृषि भूमि के आधार पर नहीं माना जा सकता है. 

इस विवाद में यहां आया मुख्य सचिव के बेटे का नाम 
353 करोड़ का बढ़ा हुआ मुआवजा पाने वालों में सुभाष चंद कथूरिया और उनके भाई विनोद कथूरिया हैं. प्रत्यक्ष तौर पर इसमें मुख्य सचिव के बेटे का नाम नहीं है लेकिन यह कनेक्शन काफी उलझा हुआ है. सुभाष चंद कथूरिया, अमन सरीन के ससुर हैं. सरीन रियल्टी फर्म अनंतराज लिमिटेड के प्रमोटर हैं और कथित तौर पर दावा किया जा रहा है कि सरीन के करन चौहान से करीबी कारोबारी रिश्ते हैं. करन चौहान मुख्य सचिव नरेश कुमार के बेटे हैं. इस विवाद पर नरेश कुमार ने सफाई देते हुए कहा है कि उनका बेटा स्वतंत्र तौर पर कारोबार कर रहा है और वह सुभाष कथूरिया और अनंत राज हाउसिंग लिमिटेड के बीच रिश्तों के बारे में कुछ नहीं जानते हैं.

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