Rahul Gandhi और सोनिया गांधी की ईडी के सामने पेशी के दौरान दिल्ली पुलिस ने लगाए थे 100 फोटोग्राफर, जानिए क्या थी वजह

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 24, 2022, 09:35 PM IST

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर किया प्रदर्शन

Rahul Gandhi ED Questioning: दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के दौरान कांग्रेस के प्रदर्शन को कवर करने के लिए 100 फोटोग्राफर तैनात किए थे.

डीएनए हिंदी: नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सोनिया गांधी से पूछताछ की. इस दौरान कांग्रेस (Congress) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी दिल्ली में जमकर प्रदर्शन किए. कांग्रेस के इन प्रदर्शनों की कवरेज के लिए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 100 फोटोग्राफर को काम पर लगा दिया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन फोटोग्राफर्स को हर दिन के हिसाब से दो हज़ार से लेकर चार हज़ार रुपये तक का भुगतान भी किया गया. बताया गया है कि इन कैमरा वालों को पुलिस का जैकेट भी पहनाया गया था ताकि भीड़ में उन्हें पहचाना भी जा सके.

न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब ईडी के दफ्तर पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की पेशी होनी थी तब कांग्रेस के कार्यकर्ता रोष से भरे हुए थे. इन कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. उग्र प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इसकी कवरेज के लिए 100 निजी फोटोग्राफरों को काम पर रखा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह रणनीतिक कदम पुलिस ने इसलिए उठाया ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जा सके.

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पुलिस ने खर्च कर दिए लाखों रुपये
दिल्ली पुलिस ने ऐसी स्थितियों के लिए पहले कभी भी निजी फोटोग्राफरों को काम पर नहीं रखा था. उन्होंने निजी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के फोटोग्राफरों को काम पर रखा, जिनकी मदद से फोटोग्राफरों को ईडी मुख्यालय में और उसके आसपास तैनात किया गया था. इन फोटोग्राफरों को उनके अनुभव के आधार पर प्रति व्यक्ति लगभग 2,000 रुपये से 4,000 रुपये का भुगतान किया गया और इस प्रकार, दिल्ली पुलिस ने कवरेज के लिए लगभग 2 लाख से 4 लाख रुपये का भुगतान किया.

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बताया गया कि इन कैमरामैन को को पुलिस जैकेट भी पहनाया गया, ताकि उन्हें भीड़ के बीच पहचाना जा सके. फोटोग्राफरों में से एक, जो ए.पी.जे. अब्दुल कलाम रोड पर तैनात थे, उन्होंने बताया कि उन्हें प्रतिदिन 2,000 रुपये का भुगतान किया गया और सोनिया गांधी के ईडी मुख्यालय में आने पर उन्हें फोटो क्लिक करने के लिए कहा गया था. हालांकि, इस फोटोग्राफर ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया.

हर दिन लगाए गए सैकड़ों फोटोग्राफर
स्काई ग्लोबल फर्म के आकाश ने बताया कि सोनिया गांधी के पूछताछ के लिए आने पर 30 फोटोग्राफरों को मौके पर भेजा गया था. उन्होंने कहा कि प्रत्येक कैमरामैन को अलग-अलग राशि का भुगतान किया गया. उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी से पूछताछ के पहले दिन करीब 30 फोटोग्राफर भेजे गए. यह पूछताछ पांच दिनों तक चली लेकिन अगले चार दिनों में हमने हर दिन केवल 10 फोटोग्राफर भेजे. सोनिया गांधी जब ईडी मुख्यालय आईं तो हमने 30 फोटोग्राफर को भेजा.'

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दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेष रूप से डीसीपी मुख्यालय से उनकी प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया लेकिन इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए कोई भी उपलब्ध नहीं थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सिर्फ इतना कहा कि अगर किसी अप्रिय घटना पर नजर रखने के लिए विभाग द्वारा फोटोग्राफरों का इस्तेमाल किया गया तो कुछ भी गलत नहीं है.

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