दिल्ली एनसीआर समेत कल पूरे देश में दशहरे का त्योहार मनाया गया है. इस दौरान जगह-जगह पर रावण दहन का आयोजन किया गया. रावण दहन को मौके पर दिल्ली एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी की चिंता जताई जा रही है. दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का स्तर खराब श्रेणी में पहुंचा है.
ये रहें AQI आकड़े
बता दें कि दशहरे के बाद आनंद विहार में AQI का स्तर 358 बेहद खराब श्रेणी में पहुंचा है. जबकि पटपड़गंज 252, बवाना 235, द्वारका 230, अलीपुर 217, बुराड़ी 229, शादीपुर 263, विवेक विहार 230, वजीरपुर 236, रोहिणी 233 में AQI का स्तर खराब बना हुआ है. इस पर दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चिंता जाहिर की है. वह 11 .30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
हवा का प्रदूषित होना तय
बीते कुछ सालों की बात करें तो 2016 से 2022 के बीच केवल तीन बार दशहरे के दिन प्रदूषण का स्तर सामान्य रहा—2017 में 198, 2019 में 112 और 2021 में 198 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया था. वैसे देखा जाए तो दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पहले से ही बनी हुई है. त्योहारों के दौरान इसमें इजाफा होता है. जिन त्योहारों में आतिशबाजी की जाती है उसके बाद दिल्ली की हवा का प्रदूषित होना लगभग तय है.
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क्या कहती है जनता
वहीं दिल्ली को नागरिकों का कहना है कि रावण दहन तो सही है लेकिन इसके बाद दिल्ली में जो वायू प्रदूषण की समस्या जन्म लेती है उससे यहां की जनता ज्यादा प्रभावित होती है. प्रदूषण दिल्ली के लिए एक बड़ी परेशानी है सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए.
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