दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को राजधानी और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में वायु प्रदूषण का जिक्र करते हुए कहा कि अगले 15 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. राय ने क्षेत्र में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र यादव और पड़ोसी राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों से मुलाकात की. PTI ने राय के हवाले से बताया कि पिछले साल अगस्त में इसी तरह की बैठक हुई थी, जिससे हमें रणनीति बनाने के लिए ठीक-ठाक समय मिला था. इस साल की बैठक अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में हुई. अगर यह बैठक तीन महीने पहले हुई होती, तो हम प्रदूषण की समस्या से अधिक प्रभावी ढंग से निपट सकते थे.
'हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बढ़ रहीं पराली जलाने की घटनाएं'
दिल्ली के मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी शासित पंजाब में भी पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है. राय के अनुसार, 2022 में लगभग 5,000 मामलों की तुलना में इस साल केवल 1,500 मामले सामने आए. हालांकि, राय ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश में घटनाओं में वृद्धि का दावा किया. इन राज्यों में बढ़ती बराली जलाने की घटनाऐं क्षेत्रीय वायु गुणवत्ता के लिए एक बड़ा जोखिम है.
राय ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगले 15 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली मौसमी हवाएं प्रदूषकों को दिल्ली और आसपास के इलाकों में ले जा सकती हैं, जिससे प्रदूषण का संकट और बढ़ सकता है. उन्होंने कहा, 'हालांकि पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं, लेकिन दिवाली के बाद का समय महत्वपूर्ण होगा.'
केंद्र और राज्यों से आग्रह
राय ने केंद्र और राज्य प्राधिकारियों से आग्रह किया कि वे आने वाले दिनों में अधिक से अधिक प्रयास करें, ताकि सर्दियों के आने से पहले प्रदूषण के स्तर पर लगाम लगाई जा सके, क्योंकि सर्दियों में हवा की गुणवत्ता स्थिर हवा और ठंडे तापमान के कारण खराब हो जाती है.
यह भी पढ़ें - Delhi Pollution: दिल्ली में इन 13 इलाकों की हवा सबसे ज्यादा खराब, कई जगहों पर AQI 300 पार, क्या बोले गोपाल राय
चौहान ने ANI को बताया कि आज दिल्ली प्रदूषण के मुद्दे और इसके समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. पिछले साल से इस साल तक पंजाब में पराली जलाने में 35 प्रतिशत और हरियाणा में 21 प्रतिशत की कमी आई है. उन्होंने बताया कि राज्यों ने कहा है कि वे लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं. जागरूकता के लिए व्यापक अभियान चल रहा है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.