डीएनए हिंदी: Delhi Rain Updates- दिल्ली में जानलेवा स्तर पर पहुंचे वायु प्रदूषण को आर्टिफिशयल बारिश से हटाने की तैयारियों के बीच गुरुवार रात राजधानी में बादल खुद ही बरस उठे. गुरुवार देर रात दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश ने सड़कों को भिगो दिया. इस बारिश का मौसम में तत्काल असर महसूस किया गया है और कई दिन से दिल्ली के आसमान पर छायी काले धुएं की परत के हटने की संभावना बन गई है. इससे दिल्ली के आसमान में ही फंसकर रह गई जहरीली गैसों से आम जनता को निजात मिलने के आसार बन गए हैं. इसका असर देर रात ही दिखने लगा, जब सड़कों पर कोहरे जैसे हालात में कमी दिखाई दी. इससे पहले दिल्ली सरकार की तरफ से आर्टिफिशियल बारिश कराने के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की तैयारी की गई थी. इसके लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने IIT-कानपुर के वैज्ञानिकों का प्रस्ताव टॉप कोर्ट के सामने पेश करने का निर्णय लिया था, जिसमें आर्टिफिशियल बारिश से राजधानी के वातावरण में वायु प्रदूषण का कारण बने पीएम पार्टिकल्स से निजात मिलने की संभावना जताई गई थी.
13 करोड़ रुपये खर्च होने थे आर्टिफिशियल बारिश पर
राजधानी में क्लाउड सीडिंग के जरिये आर्टिफिशियल बारिश (Artificial Rain) कराने की पायलट स्टडी पर 13 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है, जिसे राज्य सरकार वहन करने को तैयार है. यह स्टडी दो चरण में कराई जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट से इजाजत चाहती है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को मुख्य सचिव को एक एफिडेविट के जरिये सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को इसके लिए प्रस्ताव दाखिल करने का निर्देश दिया गया. इस एफिडेविट में आर्टिफिशियल बारिश से दिल्ली का बेहद हाई चल रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) घटने की संभावना की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को देने का निर्देश दिया गया है.
केंद्र और यूपी से सुप्रीम कोर्ट के जरिये मंजूरी चाहती है दिल्ली सरकार
मुख्य सचिव को एफिडेविट में सुप्रीम कोर्ट से आर्टिफिशियल बारिश के लिए आवश्यक मंजूरी 15 नवंबर तक देने का निर्देश केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को देने की मांग करने के लिए कहा गया है. आर्टिफिशियल बारिश की पायलट स्टडी का पहला चरण 20 और 21 नवंबर को कराने की तैयारी की जा रही है.
IIT कानपुर के वैज्ञानिकों से की थी दिल्ली सरकार ने मीटिंग
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने बुधवार को IIT-Kanpur के वैज्ञानिकों के साथ मीटिंग की थी. इस मीटिंग में राजधानी में आर्टिफिशियल बारिश की संभावनाओं पर चर्चा की गई थी. मीटिंग के बाद गोपाल राय ने मीडिया को बताया था कि वैज्ञानिकों से आर्टिफिशियल बारिश के लिए गुरुवार तक एक प्रस्ताव बनाकर देने के लिए कहा गया है. दिल्ली में 20-21 नवंबर को आर्टिफिशियल बारिश कराई जा सकती है, क्योंकि उस दिन आसमान में बादलों के होने की संभावना है.
आसमान में 40% बादल होने पर ही बारिश संभव
पर्यावरण मंत्री के मुताबिक, IIT कानपुर ने कहा है कि पायलट स्टडी को सफल बनाने के लिए आसमान में कम से कम 40 फीसदी बादल होने चाहिए. वैज्ञानिकों ने 20 और 21 नवंबर को दिल्ली का मौसम आर्टिफिशियल के अनुकूल रहने का अनुमान जताया है.
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