देश की राजधानी दिल्ली में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. कई जगह पारा 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है. इस बीच लोगों को पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है. दिल्ली के कई इलाकों में जल संकट (Delhi Water Crisis) पैदा हो गया है. इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राजधानी में अगर कोई पानी बर्बाद करता पाया गया तो उसका 2,000 रुपये का चालान कटेगा. इसके लिए एक टीम तैनात की गई है.
दिल्ली सरकार ने बुधवार को दिल्ली जल बोर्ड (DJB) को पानी की बर्बादी पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाने का निर्देश दिया है. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब दिल्ली में पानी की गंभीर कमी हो गई है. जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा पर यमुना नदी से दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ने का आरोप लगाया है.
इन कामों पर रहेगी पाबंदी
आतिशी ने कहा कि नल से पाइप के जरिए कार धोने, पानी टैंक से पानी के बहते रहने, निर्माण और कमर्शियल उद्देश्यों के लिए पानी का इस्तेमाल किया तो जुर्माना लगाया जाएगा. अगर किसी का वाटर टैंक ओवरफ्लो पाया गया तो उसका भी चालान होगा.
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दिल्ली जल बोर्ड ने पानी की बर्बादी को रोकने के लिए 200 टीमें तैनात की हैं. ये टीमें सुबह 8 बजे से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घूमेंगी. इस दौरान अगर कोई पानी की बर्बादी करता पाया गया तो उसपर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. टीम निर्माण स्थलों या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर पानी के अवैध कनेक्शन भी काट देंगी.
14 घंटे चलाया जा रहे बोरवेल
आतिशी ने कहा,'पानी का स्तर घटने के कारण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचने वाले पानी में कमी आ गई है. पानी की बेहतर सप्लाई के लिए बोरवेल को 6 घंटे के बजाय 14 घंटे चलाया जा रहा है. इसके अलावा पानी की आपूर्ति करने के लिए टैंकरों की सप्लाई भी बढ़ा दी गई है. राष्ट्रीय राजधानी में बीते 1 सप्ताह से जल संकट बना हुआ है. यमुना नदी का जल स्तर मंगलवार शाम को 669.8 फीट पर पहुंच गया.
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