दिल्ली में जल संकट और यमुना के पानी पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि दिल्ली सरकार गुमराह करती है. उनके डीएनए में ही झूठ है. हम पूरा पानी दे रहे हैं. हमारे पास भी सीमित पानी है. पंजाब में आप की सरकार है वो हरियाणा को एसवाईएल का पानी क्यों नहीं देते? दिल्ली के लोगों को समस्या नहीं आनी चाहिए. हम अब भी तय मात्रा से ज्यादा पानी दे रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के लोग भी हमारे हैं. दिल्ली सरकार झूठ न बोले, बल्कि अपना सिस्टम बनाएं.
हरियाणा सरकार ने आप पर साधा निशाना
नायाब सिंह सैनी ने कहा कि दिल्ली सरकार कह रही है कि हरियाणा सरकार दिल्ली का पानी रोक रही है, जबकि हरियाणा ज्यादा पानी दे रहा है. उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के आदेश पर हुए समझौते में तय हुए मात्रा से ज्यादा पानी दिल्ली को दे रहे हैं, लेकिन अपना भ्रष्टाचार छुपाने के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार लोगों के बीच झूठ फैला रही है. हरियाणा के सीएम ने कहा कि हमने दिल्ली को पूरा पानी दिया इसके बावजूद अपनी राजनीति को चमकाने के लिए, अपने भ्रष्टाचार के पापों को छिपाने के लिए लोगों के बीच इस प्रकार के भ्रम पैदा करना अरविंद केजरीवाल की फितरत है.
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली सरकार ने SC में याचिका दायर कर मांग की थी कि कोर्ट हरियाणा सरकार को निर्देश दे कि वो दिल्ली को अतिरिक्त पानी तुंरत रिलीज करें. कोर्ट ने हरियाणा सरकार के वकील से कहा था कि हिमाचल दिल्ली को अगर 150 क्यूसेक पानी देने को तैयार है तो आपको क्या समस्या है?
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इसके बाद SC ने हिमाचल सरकार को यमुना नदी में 137 क्यूसेक पानी रिलीज करने का आदेश दिया है. साथ ही कोर्ट ने हरियाणा सरकार से कहा है कि वो सुनिश्चित करें कि हिमाचल से आ रहे अतिरिक्त पानी उसकी नहरों के जरिये दिल्ली को मिल सके. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल सरकार से हरियाणा और अपर यमुना रिवर बोर्ड को पानी रिलीज करने से पहले ही जानकारी देने को कहा था.
दिल्ली में जल संकट से जूझते लोग
दिल्ली में पानी की मारामार जारी है. लोग पानी न मिलने की वजह से बहुत परेशान हैं. राजधानी में पानी संकट इतना बढ़ गया है कि लोग पानी के लिए अपनी जान दांव पर लगाने के लिए तैयार है. पानी टैंकर से पानी लेने के लिए लोग जान जोखिम में डालकर चलते टैंकर पर चढ़ जाते हैं. पानी भरने के लिए लोग एक-दूसरे को धक्का देकर पानी के टैंकर के ऊपर चढ़ जाते हैं. वहीं नीचे खड़े लोग बाल्टी और कैन में पानी भरने के लिए जूझते रहते हैं.हालांकि, इतना करने के बाद भी कई लोगों को अपने दैनिक इस्तेमाल के लिए भी पानी नहीं मिल पाता है.
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