डीएनए हिंदी: जनवरी का महीना खत्म होने वाला है और दिल्ली एनसीआर के लोगों को अब तक कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिली है. शीतलहर और कोहरे का सितम जनवरी में लगभग सभी दिनों में कमोबेश रहा है. पिछले 3 दिनों में निकली धूप की वजह से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली. मंगलवार को एक बार फिर सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई है और आने वाले 3 दिनों में बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है. दिल्ली में 12 सालों बाद जनवरी के महीने में ऐसी कड़ाके की ठंड पड़ी है. मौसम विभाग के अनुसार इस जनवरी में अधिकतम तापमान ज्यादातर दिनों में सामान्य से कम रहा है. 2012 से 2024 तक इनका कम औसत अधिकतम तापमान राजधानी का कभी नहीं रहा है.
दिल्ली (Delhi Winter) की सर्दी यूं तो मशहूर है, लेकिन इस बार दिसंबर में कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी थी. हालांकि, जनवरी में पहले दिन से ही मौसम खासा ठंडा रहा और 30 जनवरी तक का औसत अधिकतम तापमान इस महीने 17.7 डिग्री रहा है. 2012 से यह पहला मौका है जब साल के पहले महीने में औसत अधिकतम तापमान इतना कम रहा है. आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में ये भी कहा है कि इस साल ज्यादातर जनवरी के महीने में दिन के समय तापमान काफी कम रहा और लोगों को गलन वाली ठंड सताती रही है.
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दिल्ली एनसीआर में बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार 31 जनवरी को तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है. इसकी वजह से एक बार फिर लोगों को कंपकपी का अहसास हो सकता है. बारिश का यह दौर एक फरवरी को भी जारी रहेगा. सोमवार को दिन में अच्छी धूप खिली थी जिससे लोगों को ठंड से राहत मिली, लेकिन अभी ठंड गई नहीं है. सोमवार को अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से एक डिग्री अधिक था. न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री रहा और यह सामान्य से दो डिग्री अधिक था.
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वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से इस बार जनवरी में रही गलाने वाली ठंड
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पहाड़ों पर आए कमजोर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर इस बार मैदानी इलाकों तक नहीं पहुंच पाया. आम तौर पर जनवरी में दो से तीन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर दिल्ली और आसपास के मैदानी इलाकों पर पड़ता है. इनकी वजह से बारिश होती है और ठंडी हवाएं राजधानी में आना रुक जाती हैं. इस बार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ की वजह से ऐसा नहीं हुआ और लगभग पूरी जनवरी में ही ठिठुरने वाली ठंड पड़ती रही. फिलहाल फरवरी के पहले सप्ताह में भी राहत की उम्मीद नहीं है.
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