डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई है. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के ऐलान के बाद से ही सभी को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया का इंतजार था. हालांकि देवेंद्र फडणवीस ने MVA सरकार गिरने के बाद कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया. ज़ी न्यूज संवादादाता ने जब उनकी पहली प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा, "मैं कल हर चीज पर बोलूंगा, अभी कुछ नहीं बोलूंगा."
इस्तीफे के दौरान क्या बोले उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनकी रुचि ‘संख्याबल के खेल’ में नहीं है और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने वेबकास्ट पर कहा, "मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं." इस दौरान उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सड़क पर प्रदर्शन करने नहीं उतरें. MVA में शिवसेना के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस सहयोगी हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अधिकतर विधायकों की बगावत का सामना कर रहे ठाकरे ने कहा कि उन्हें अपना पद छोड़ने पर कोई असफोस नहीं है.
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शिवसेना अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बागी विधायकों को लौटने दें और उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं करें. इससे पहले करीब एक सप्ताह से गुवाहाटी में डेरा डाले बागी विधायक बुधवार शाम को वहां से विशेष विमान में रवाना हुए और गोवा पहुंचे. उद्धव ठाकरे ने कहा, "शिवसेना और बाला साहेब ठाकरे की वजह से राजनीतिक रूप से बढ़े बागियों को उनके (बालासाहेब) बेटे के मुख्यमंत्री पद से हटने पर खुश और संतुष्ट होने दें." उन्होंने कहा, "मैं संख्याबल के खेल में शामिल नहीं होना चाहता हूं. मैं शर्मिंदा महसूस करूंगा अगर मैं देखूंगा कि पार्टी का एक भी सहयोगी मेरे खिलाफ खड़ा है."
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उन्होंने कहा कि मुंबई में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शिवसैनिकों को हिरासत में लिया गया है. ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा ने बुधवार शाम को हुई मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने के फैसले का विरोध नहीं किया. उन्होंने MVA सरकार चलाने के दौरान सहयोग के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को भी धन्यवाद ज्ञापित किया. ठाकरे ने बागियों का संदर्भ देते हुए कहा, "कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मुझसे कहा कि अगर बागी चाहते हैं तो कांग्रेस सरकार से हटने और बाहर से समर्थन करने को तैयार है. जिनसे खाई में धकेलने की उम्मीद थी वे ही साथ खड़े हुए जबकि मेरे अपने मेरा साथ छोड़कर चले गए."
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