डीएनए हिंदी: कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से अभी तक 300 करोड़ रुपये कैश की गिनती की जा चुकी है. रविवार को भी यह गिनती जारी रही लेकिन अभी भी काफी रकम बची हुई है. सूत्रों का कहना है कि इनकम टैक्स विभाग का अनुमान है कि नोटों की गिनती का सिलसिला सोमवार को खत्म हो सकता है. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आंकड़ा 500 करोड़ के पार जा सकता है. नोटों की गिनती के लिए और मशीनें मंगवाई गई हैं. दूसरी ओर जब्त किए गए नोटों को बांधने के लिए भी स्पेशल मशीनें बुलाई गई हैं. हैदराबाद से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की एक टीम को रवाना किया गया है. कांग्रेस के लिए हालात शर्मिंदगी के बन गए हैं तो दूसरी ओर बीजेपी को भ्रष्टाचार पर हमले का एक और मौका मिल गया है.
ओडिशा के बलांगीर में बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड के परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी के पांचवें दिन 176 बैगों के नोटों की गिनती पूरी हो गई है. धीरज साहू के पास निकले बेहिसाब पैसे के बारे में जानकर लोग दांतों तले उंगली दबा रहे हैं. नोटों की गिनती का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इनकम टैक्स विभाग की तलाशी में यह नकदी की जब्ती देश में किसी भी जांच एजेंसी की कार्रवाई में अब तक की सबसे अधिक है. नोटों का अंबार कितना है इससे समझ सकते हैं कि गिनती के दौरान कई मशीनें खराब हो गई हैं.
यह भी पढ़ें: धनकुबेर है छत्तीसगढ़ का साहू परिवार, सड़क से संसद तक धाक, यूं ही नहीं बरस रहे नोट
नोटों की गिनती करते हुए खराब हुई मशीनें
5 दिनों तक लगातार नोटो की गिनती होती रही है और इस क्रम में कई मशीनें भी खराब हो गईं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जांच अधिकारियों को नोटों के अंबार देखकर इसका अनुमान था और इस वजह से मशीनों की तुरंत मरम्मत के लिए कुछ मैकेनिक बैंक में मौजूद थे. हैदराबाद से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की एक टीम भी जांच में मदद के लिए पहुंची है. बेहिसाब संपत्ति को देखते हुए आगे साहू के कुछ और ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है. चल और अचल संपत्तियों का ब्यौरा खंगाला जा रहा है.
देसी शराब की नकद बिक्री से जमा की अकूत संपत्ति
इनकम टैक्स अधिकारियों ने धीरज साहू के कई राज्यों में फैले ठिकानों पर छापेमारी है. बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ओडिशा के बलांगीर, संबलपुर, सुंदरगढ़, भुवनेश्वर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता और झारखंड के बोकारो में कंपनी से जुड़े अन्य शराब व्यवसायियों से संबंधित विभिन्न स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी. देसी शराब की नकद बिक्री से अकूत पैसा कमाने का अनुमान है. गिनती में आयकर विभाग और विभिन्न बैंकों के लगभग 80 लोगों की नौ टीमें शामिल हैं जो लगातार काम कर रही हैं.
यह भी पढ़ें: JK: 370 पर SC के फैसले का इंतजार, पक्ष-विपक्ष कौन कितना मजबूत?
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.