डीएनए हिंदी: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा है. सियासी घमासान के बाद अब बागेश्वर सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी उदयनिधि पर हमला बोला है. उन्होंने उदयनिधि को रावण के खानदान का बताते हुए कहा कि इस बयान से भारत के सनातनियों के दिल पर चोट पहुंची है.
एक कार्यक्रम के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उदयनिधि द्वारा दिए गए बयान पर कहा कि ये रावण के खानदान के लोग हैं, अगर ऐसा भारत में रहने वाले किसी भारतीय ने कहा है तो उसने भारत में रहने वाले सभी सनातनियों के दिल पर चोट पहुंचाई है. ये राम का देश है और राम के इस देश में जब तक भूमि पर जल रहेगा और सूर्य रहेगा तब तक सनातन रहेगा. और ऐसा बोलने वाले आए और चले जायेंगे. मैं इससे ज्यादा जानवरों को जवाब नहीं देना चाहता. जानकारी के लिए बता दें कि सनातन धर्म पर दिए गए विवश पर बयान के बाद उदय निधि के खिलाफ दिल्ली पुलिस में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं.
उदयनिधि के बयान का कांग्रेस नेता ने किया समर्थन
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने उधयानिधि के बयान का समर्थन कर कहा कि वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उदयनिधि के बयान पर कहा कि तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे और DMK सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है. उनका मानना है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए और केवल विरोध नहीं किया जाना चाहिए. DMK विपक्षी गठबंधन की एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की दीर्घकालिक सहयोगी है. क्या मुंबई बैठक में इस पर ही सहमति बनी थी?
उदयनिधि ने सनातन धर्म पर दिया था ऐसा बयान
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. उदयनिधि के बयान पर बवाल बढ़ने लगा तो उन्होंने कहा कि वे अपने बयान पर कायम हैं. जैसे COVID-19 फैला, मच्छरों से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं, उसी तरह सनातन धर्म कई सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार है.
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