Digital Arrest: आपकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई!, फोन करने वाले ने कहा, सुनते ही सरकारी टीचर मां ने तोड़ा दम

Written By मीना प्रजापति | Updated: Oct 04, 2024, 02:59 AM IST

उत्तर प्रदेश के आगरा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक टीचर डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गई. इस घटना में उसकी जान चली गई.

आगरा के सुभाष नगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक टीचर डिजिटल अरेस्ट का ऐसा शिकार हुई कि उसकी जान ही चली गई. डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुई टीचर मालती वर्मा अछनेरा राजकीय कन्या जूनियर हाई स्कूल में पढ़ाती हैं. घटना वाले दिन भी वे पढ़ा रही थीं. उनके पास एक कॉल आया जिसमें कहा गया कि आपकी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है. ये सुनते ही मां की जान चली गई. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस मामले की छानबीन में लगी है. 

खूनी बना डिजिटल अरेस्ट 
डिजिटल अरेस्ट की यह घटना 30 सितंबर की है. घटना वाले दिन महिला अपने स्कूल में पढ़ा रही थी. तभी उसके पास एक कॉल आई जिसमें पुलिस की वर्दी का फोटो लगा था. कॉल करने वाले शख्स ने टीचर से कहा कि आपकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है. उस पर अभी कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है. अगर बदनामी से बचना चाहती हो तो एक लाख रुपये दे दो. नहीं तो बेटी की फोटो वायरल कर देंगे. ये बात सुनते ही महिला को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई.  पुलिस ने बताया कि जांच टीम गठित की गई है. हालांकि, अभी आरोपियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी. छानबीन जारी है. 

क्या है डिजिटल अरेस्ट?
डिजिटल अरेस्ट ठगी का नया तरीका है. इस तरीके को साइबर ठग अपनाते हैं. डिजिटल अरेस्ट में किसी शख्स को ऑनलाइन माध्यम से डराया जाता है कि वह सरकारी एजेंसी के माध्यम से अरेस्ट हो गया है, उसे पेनल्टी या जुर्माना देना होगा. डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा शब्द है जो कानून में नहीं है. डिजिटल अरेस्ट में कोई आपको वीडियो कॉलिंग के जरिए घर में बंधक बना लेता है.  कॉल करने वाला व्यक्ति डराता और धमकाता है. 


यह भी पढ़ें - आगरा में हो सकता था Kolkata जैसा कांड, मरीज के रिश्तेदारों ने नर्स के साथ की घिनौनी हरकत


 

कैसे बचें डिजिटल अरेस्ट से
डिजिटल ठगी से बचने के लिए आपको ध्यान रखना है कि कोई भी सरकारी वीडियो कॉल या कॉल करके धमकाता नहीं है. कानूनी प्रक्रिया के तहत काम किया जाता है. अगर आपको डराने या धमकाने का कॉल आता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें.  अपनी पर्सनल जानकारी अनजान लोगों के साथ साझा न करें. साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करें.  यहां फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.