आज देश के सभी राज्य और यूटी में मौजूद जिला अदालतों में का राष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है. इसमें 800 से ज्यादा प्रतिभागी मौजूद रहेंगे. इस खास कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी उपस्थित रहेंगी. वो इस सम्मेलन को संबोधित करेंगी. साथ ही वो इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के झंडे और निशान चिह्न का अनावरण करेंगी. इससे पहले इस कार्यक्रम के उद्घाटन सेशन को पीएम मोदी द्वारा संबोधित किया गया. उनके अलावा इस कार्यक्रम को सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के द्वारा भी संबोधित किया जा चुका है.
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क्या बोले पीएम मोदी?
इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने महिलाओं के विरुद्ध अपराध और बच्चों की सुरक्षा को लेकर उन्होंने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामलों में जितनी जल्दी इंसाफ मिलेगा, उतनी ही तेजी से आधी आबादी को सुरक्षा का विश्वास जगेगा.
सीजेआई ने कही ये बात
वहीं, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने संबोधन में कहा कि जिला अदालतें न्यायपालिका की रीढ़ है, इन्हें अधीनस्थ कहना बंद कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि 'इंसाफ की तलाश में जिला अदालत जनता के लिए पहला संपर्क केंद्र है. न्यायपालिका से आम जनता को इंसाफ देने की गुणवत्ता और परिस्थितियां से ये तय होता है कि उन्हें इंसाफ पर यकीन है या नहीं. इसी वजह से जिला अदालत को एक बड़ा दायित्व निभाने की उम्मीद की जाती है.
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