डीएनए हिंदी: विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा की. इस प्रस्ताव पर अगले तीन तक सदन में बहस होगी. मणिपुर के मुद्दे पर आज कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव सदन के पटल पर रखा. गोगोई ने 26 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपा था. पहले दिन अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत करते हुए गौरव गोगोई ने करीब 35 मिनट तक भाषण दिया. इसमें उन्होंने मणिपुर ही नहीं, देश की सुरक्षा नीति, चीन और ड्रग्स जैसे मुद्दों को भी उछाला.
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I.N.D.I.A की तरफ से पेश हुआ अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर हिंसा पर लाया गया है. लेकिन आज जिस तरह से विपक्षी सांसदों ने भाषण दिए उससे लगा कि इसका मुख्य टारगेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे. अपने भाषण में गौरव गोगोई ने सीधे-सीधे मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए. गौरव गोगोई ने मणिपुर हिंसा पर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को देश की मजबूरी बताया. उनके मुताबिक, मणिपुर अगर जल रहा है तो ये मानकर चलना चाहिए कि देश की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने तीन मुख्य बिंदुओं पर अपनी बात रखी, इनको आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विपक्ष के सवाल भी कह सकते हैं.
1. PM नरेंद्र मोदी अब तक मणिपुर क्यों नहीं गए?
दरअसल, पिछले 3 महीने से मणिपुर में हिंसा भड़की हुई है. कुकी और मैतेई समुदाय के बीच अनुसूचित जनजाति आरक्षण को लेकर हिंसा हो रही है. जबकि लेकिन तब से लेकर अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार भी मणिपुर नहीं गए.
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2. पीएम को मणिपुर हिंसा पर बोलने में 80 दिन क्यों लग गए?
कांग्रेस सांसद की तरफ से ये सवाल इसलिए पूछा गया क्योंकि 3 मई से मणिपुर में हिंसा चल रही है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर 20 जुलाई तक कुछ नहीं कहा था. उन्होंने इस मुद्दे पर तब बोला जब 20 जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र से ठीक पहले दो महिलाओं के साथ भीड़ की अभद्रता का वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो को लेकर जब हंगामा बढ़ा तब मानसून सत्र एक दिन पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा पर दुख जताया था. उन्होंने कुछ सेंकड का ही बयान दिया था.
3. सीएम बीरेन सिंह को अभी तक क्यों नहीं हटाया?
मणिपुर हिंसा के दौरान एक मुख्यमंत्री के तौर पर एन बीरेन सिंह काफी कमजोर साबित हुए हैं. इस हिंसा को रोकने में भी बीरेन सिंह नाकाम ही रहे. यही वजह है कि I.N.D.I.A ने बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को लेकर सवाल उठाया. दरअसल उत्तराखंड और गुजरात में एक ही कार्यकाल में कई मुख्यमंत्रियों को हटाकर, दूसरे व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद पर बैठाया गया है. इसीलिए विपक्ष ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को भी बदलने की मांग की थी. इन तीन पॉइंट्स में कांग्रेस नेता गौरव गौगोई ने ना सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किए, बल्कि उन्होंने इन सवालों पर उनके जवाब न देने की वजह भी बताई.
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