डीएनए हिंदी: समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक को फंडिंग करने वाले टेक मुगल नेविल रॉय सिंघम के आदेश पर देश में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने का भंडाफोड़ हुआ है. न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) की जांच में यह बात सामने आई है. 2021 में, प्रवर्तन निदेशालय की एक जांच से पता चला था कि मीडिया पोर्टल न्यूज़क्लिक को विदेशों से 38 करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त हुई थी. अधिकारियों ने अमेरिकी करोड़पति सिंघम तक धन के लेन-देन का पता लगाया था. हमारे खास शो डीएनए में सौरभ जैन से जानिए कि नेविल रॉय सिंघम कैसे चलाता है चीन का राजनीतिक एजेंडा?
वर्ष 2021 में जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Money Laundring के मामले में news click को मिल रही विदेशी फंडिंग पर सवाल उठाए ED का बहुत विरोध हुआ. यही नहीं जब ED ने इस मामले में चीन के कनेक्शन की बात कही तो, इसका भी काफी विरोध किया गया. अब अमेरिकी अखबार NYT ने अपने लेख में ना सिर्फ NEWS CLICK को चीन से मिल रहे फण्ड की बात कही, बल्कि जिस व्यक्ति नेविल रॉय सिंघम की तरफ से पैसे मिले थे. उसकी सच्चाई भी बताई. इस लेख में नेविल रॉय सिंघम के चीन के साथ संबंधों के बारे में भी बताया गया है.
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यहां बैठता है नेविल रॉय सिंघम
नेविल रॉय सिंघम चीन के SHANGHAI के एक Office में बैठता है. उसका दफ्तर और चीन की मीडिया कंपनी Maku Group का दफ्तर, एक ही है. Maku Group की Website के अनुसार, उसका लक्ष्य पूरी दुनिया में चीन की कहानी बताना है. नेविल रॉय सिंघम एक ऐसा व्यक्ति है, जो चीन के प्रोपेगेंडा को पैसों की मदद से पूरी दुनिया में फैलाता है. वर्ष 2020 में नेविल रॉय सिंघम ने एक E-mail से अपने दोस्तों को एक विशेष न्यूज़ लेटर के बारे में बताया था. इस न्यूज़ लेटर का नाम Dong Shang News था. ये न्यूज़ लेटर अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पैनिश और पुर्तगाली भाषा में चीन की खबरें प्रकाशित करता था. इस न्यूज़ लेटर की ज्यादातर खबरें चीन की सरकारी मीडिया से ली जाती थीं. नेविल रॉय सिंघम ने इसी E-mail में अपने दोस्तों को बताया था कि Dong Shang News, चीन की सकारात्मक खबरें दिखाता है. ये आपको दूसरी मीडिया में नहीं मिलेंगी। यानी इस E-mail से नेविल रॉय का एजेंडा पता चलता है.
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नेविल रॉय सिंघम के पास पैसा कहां से और कैसे आता था?
अब सवाल ये है कि नेविल रॉय सिंघम के पास पैसा कहां से और कैसे आता था, जिससे वो दुनियाभर के खास लोगों और संस्थाओं को पैसे दे पाता था. नेविल रॉय सिंघम की एक Software Company थी, जिसका नाम था Thought Works..वर्ष 2017 में Thought Works को करीब साढ़े 6 हजार करोड़ रुपये में बेच दिया था. अपनी Software Company बेचने के बाद जो पैसे आए उसे नेविल रॉय सिंघम ने कुछ खास NGO'S को दिए. इन NGO'S में United Community Fund, Justice & Education Fund और People's Support Foundation शामिल हैं. Justice & Education Fund ने News click को पैसे दिए थे. नेविल रॉय सिंघम ने इन NGO'S की मदद से चीन के राजनीतिक एजेंडा को दुनियाभर में फैलाया. इन NGO'S के माध्यम से ही चीन का पैसा दिया जाता था.
नेविल रॉय सिंघम चीन का राजनीतिक एजेंडा कैसे चलाता था?
नेविल रॉय सिंघम के इशारे पर चीन का पैसा जिस भी संस्था को दिया गया, उन्हे समाजवाद के नाम पर चीन के राजनीतिक विचार फैलाने का जिम्मा दिया गया. उदाहरण के तौर पर दक्षिण अफ्रीका में इसी वर्ष एक वर्कशॉप आयोजित की गई थी. इसके लिए पूरे अफ्रीका के सामाजिक कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था. कहने के लिए ये वर्कशॉप वामपंथी आंदोलनों को मजबूत करने के लिए थी, लेकिन इसके ज्यादातर मुद्दे चीन से संबंधित थे. इस वर्कशॉप में लोगों को बताया गया कि अमेरिका, चीन के खिलाफ HYBRID WAR चला रहा है. इस Work shop में लोगों को ये भी बताया गया था कि अमेरिका ने चीन को बदनाम करने के लिए हॉन्गकॉन्ग, ताइवान और xinjiang (शिनजियांग) के बारे में गलत बातें फैलाई हैं. यही नहीं , इसमें अफ्रीकी देशों को LOAN देने के मामले में चीन की काफी तारीफ की गई थी. अफ्रीका में Work Shop के नाम पर चीन का एजेंडा चलाने के लिए 4 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे. ये खर्च People's Support Foundation की ओर से किया गया था, जो एक तरह से नेविल रॉय सिंघम के Fund से चलता है.
आप समझ सकते हैं कि कितनी सफाई से चीन के राजनीतिक एजेंडा को समाजवाद के नाम पर दुनियाभर में फैलाया जा रहा है. यही काम NEWS CLICK ने चीन के लिए भारत में किया. News Click ने अपने Youtube चैनल पर चीन को लेकर कई वीडियोज़ डाले हैं. इन videos में चीन की सरकार को लेकर तारीफों के पुल बांधे गए हैं, ये videos ऐसे लगते हैं, जैसे चीन की सरकारी मीडिया की ओर से NEWS CLICK को दिए गए हों. NEWS CLICK में नेविल रॉय सिंघम किस तरह से चीन का एजेंडा चलाया करता था, ये तो हम आपको अभी नहीं बता सकते हैं लेकिन अमेरिका के एक NEWS STARTUP की आपबीती हम आपको जरूर बताएंगे.
नेविल रॉय सिंघम ने अमेरिका के इस स्टार्टअप को किया था फंड
नेविल रॉय सिंघम ने अमेरिका के एक NEWS STARTUP 'NEW FRAME' को FUND किया था। देखा जाए तो ये एक सामान्य आर्थिक मदद जैसी लगती है लेकिन सच्चाई ये है कि चीन अपना पैसा यूं ही नहीं देता है, वो अपने राजनीतिक एजेंडे को थोपने के लिए पैसा लगाता है जैसा उसने NEW FRAME के साथ किया. जून 2022 में 'New Frame' के संपादक Darryle Accone (डेरिल एकॉन) ने ये कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि New Frame चीन और रूस के खिलाफ नर्म रहते हैं, और इस संस्था की संपादकीय नीति बाहर से तय होती है. यानि इस news startup कंपनी के संपादक ने बहुत जल्दी भांप लिया था कि कंपनी चलाने वाला असली मालिक तो चीन में बैठा है, जिसके इशारे पर, चीन का राजनीतिक प्रोपेगेंडा अमेरिका में फैलाया जा रहा है.
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