DNA TV Show: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी को इन नियमों का करना होगा पालन

Written By रईश खान | Updated: Jan 13, 2024, 12:05 AM IST

PM Modi 

Ram Mandir Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में यजमान की तरह मौजूद रहेंगे. यानी गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े मुख्य कार्यों में वो मौजूद रहेंगे.

डीएनए हिंदी: अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हिंदू मन को छू लेने वाली घटना होगी. श्रीराम के मंदिर में उनके दर्शन करने के लिए हर साल करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता. ये मंदिर एक ऐसी प्रतीक्षा और सब्र का फल है, जो शायद हमारे दादा-दादी या नाना-नानी का सपना बनकर रह गई थीं.

आज हम वो पीढ़ी हैं, जिसने अयोध्या में मंदिर का संघर्ष देखा. हम वो पीढ़ी हैं, जिसने अपने जीवनकाल में कोर्ट के अंदर श्रीराम के अस्तित्व की लड़ाई देखी. लेकिन हम वही पीढ़ी बनेंगे जिसने अपने सामने श्रीराम का मंदिर बनते देखा और अब उस मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा भी देखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी इस अनुभूति का जिक्र किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने 10 मिनट 50 सेकेंड का अपना संबोधन देश को दिया. वीडियो में उन्होंने रामकाज में खुद के शामिल होने की अनुभूति का वर्णन किया.

पीएम मोदी ने अपने इस संबोधन की शुरुआत राम-राम कहकर की और इसका अंत भी रामभक्ति में डूबकर 3 बार जय सियाराम कहकर किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में यजमान की तरह मौजूद रहेंगे. यानी गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े मुख्य कार्यों में वो मौजूद रहेंगे. यही वजह है कि उन्हें अगले 11 दिनों तक शास्त्रों के मुताबिक, कुछ खास नियमों का पालन करना होगा.

पीएम मोदी को कुछ नियमों करना होगा पालन

  • शास्त्रों में किसी देव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा एक लंबी प्रक्रिया है.
  • प्राण प्रतिष्ठा को पार्थिव मूर्ति में ईश्वरीय चेतना के संचार का अनुष्ठान माना गया है.
  • प्राण प्रतिष्ठा में यजमान के लिए शास्त्रों में खास नियम का पालन अनिवार्य है.
  • इन नियमों का पालन प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कई दिन पहले से करना होता है.
  • यजमान होने की वजह से पीएम नरेंद्र मोदी आज से सभी नियमों का पालन करेंगे.
  •  ब्रह्म मुहूर्त जागरण,साधना और सात्विक आहार जैसे नियमों का पालन होना जरूरी है.

बता दें कि अगले 11 दिनों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़े नियमों का पालन करते हुए कई अनुष्ठान भी करेंगे. ये किस तरह के अनुष्ठान होंगे इसके बारे में हिंदू धर्म के जानकार मिथिलेश नंदनी ने बताया. उन्होंने इन नियमों को लेकर कहा कि मन, वचन और कर्म की शुद्धि के लिए ये अनुष्ठान आवश्यक होते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने यम नियम की शुरुआत के साथ ही अनुष्ठान शुरू किया. उन्होंने शुक्रवार को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के नियमों के तहत अनुष्ठान की शुरुआत महाराष्ट्र के नासिक से की.

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