और खूंखार होंगे कुत्ते, बढ़ेंगी डॉग बाइट की घटनाएं, क्या कह रही है हार्वड की नई स्टडी?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 21, 2023, 09:58 PM IST

Dogs Bite News Hindi 

डॉग बाइट की घटनाएं अचानक नहीं बनी हैं. हावर्ड यूनिवर्सिटी के शोध में कहा गया कि डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ने के पीछे कई मुख्य कारण हैं.

डीएनए हिंदी: भारत सहित कई देशों में डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ी. जिसको लेकर हावर्ड मेडिकल स्कूल ने 70 हजार से ज्यादा डॉग बाइट की घटनाओं पर अध्ययन किया है. इस अध्ययन के बाद हावर्ड ने एक परेशान करने वाली रिपोर्ट पेश की है. आइए जानते हैं कि हावर्ड के इस अध्ययन में क्या पता चला है. क्या आने वाले समय में डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ेंगी? 

हावर्ड विश्वविद्यालय द्वारा किया गया यह शोध नेचर जनरल के साइंटिफिक रिपोर्ट में इसी 15 जून को प्रकाशित हुआ. जिसमें कहा गया कि गर्मी की वजह से मनुष्य में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं तो क्या जानवरों में भी गर्मी की वजह से चिड़चिड़ापन होता है? शोधकर्ताओं ने बताया कि अमेरिका के 8 बड़े शहरों में यह रिसर्च 10 सालों के दौरान किया गया. जिसमें देखा गया कि गर्म मौसम होने पर कुत्तों की आक्रामकता बढ़ जाती है.

इसे भी पढ़ें- क्या है PDA फैक्टर जिसके सहारे NDA को हराना चाहते हैं अखिलेश यादव, क्यों जीत है पर इतना भरोसा?

क्या बढ़ेंगी डॉग बाइट की घटनाएं?

इस रिपोर्ट में कहा गया कि कुत्ते आमतौर पर इतने हिंसक नहीं थे लेकिन वह अब काफी ज्यादा हिंसक होते जा रहे हैं. ऐसा अचानक नहीं हुआ है. इसके लिए काफी हद तक क्लाइमेट, अग्रेशन और सेल्फ कंट्रोल इन्ह्यूमंस जिम्मेदार हैं. इस अध्ययन के मुताबिक, तापमान में बदलाव के कारण खान-पान का असंतुलन पैदा हो रहा है. वह इंसान और जानवरों के बीच 80 फ़ीसदी टकराव की वजह बनगा. डॉग अटैक का मामला इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि कुत्ते इंसानी आबादी के साथ ही रहते हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि गर्मी के साथ-साथ इंसान और जानवरों के बीच संघर्ष बढ़ेगा. जिसमें कोई ना कोई गंभीर तौर पर जख्मी होगा.

इसे भी पढ़ें- महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने किया खुलासा, 'तख्तापलट में फेल होते तो खुद को गोली मार लेते एकनाथ शिंदे'

बच्चे बन रहे कुत्तों का पहला शिकार

शोधकर्ताओं के मुताबिक, पिछले कुछ दशकों में इंसान और जानवरों के बीच के संघर्ष के मामले तेजी से बढ़े हैं. अब हाथी जंगल में रहने के बावजूद भी गांव पर हमला कर रहे हैं. इस तरह के कई संघर्ष इंसानों और जानवरों के बीच देखे जा रहे हैं. माना जा रहा है कि बढ़ती गर्मी और खाने के लिए जंग कुत्तों को आक्रामक बना रही है. इंसानी आबादी के बीच रहने के कारण कुत्ते खासकर बच्चों को अपना पहला शिकार बना रहे हैं. आने वाले समय में यह घटनाएं बढ़ेंगी.


हावर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए शोध का पैटर्न देखें तो यूवी(UV) लेवल बढ़ने पर डॉग बाइट की घटनाओं में 11 प्रतिशत की वृद्धि होती है और वहीं, गर्मी के दिनों में यह 4 प्रतिशत और बढ़ जाती है. जिस दिन ओजोन लेबल ज्यादा होता है, उस दिन डॉग बाइट का डर 3 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. अगर बारिश की बात करें तो उस समय भी खतरा चलता नहीं है बल्कि 1 प्रतिशत तक बढ़ा रहता है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

 

Dogs dogs bite dogs attack indian dogs Harvard University