डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी घमासान मचा है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मारकर एनडीए में शामिल हो रहे हैं. उनकी बीजेपी के साथ डील लगभग फाइनल हो गई है. इसके संकेत बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में दरवाजे हमेशा बंद नहीं रहते,आवश्यकता पड़ने पर वह खुल भी सकते हैं.
बिहार में चल रहे सियासी उथल-पुथल पर बीजेपी पूरी नजर बनाए हुए है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने गुरुवार को दिल्ली में कई बैठकें कीं. भाजपा के नीतीश कुमार का अपने खेमे में स्वागत करने के लिये तैयार होने को लेकर चर्चाओं के बीच भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी, सुशील मोदी और विजय कुमार सिन्हा सहित राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में गृहमंत्री अमित शाह समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिले.
सुशील मोदी ने दिए संकेत
बैठक के बाद सुशील कुमार मोदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'राजनीति में कोई दरवाजा हमेशा के लिए बंद नहीं होता. बंद दरवाजा आवश्यकता पड़ने पर खोल भी दिए जाते हैं. हालांकि साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अब ये दरवाजा खुलेगा या नहीं, ये तो मुझे नहीं पता. राजनीति तो संभावनाओं का खेल है. आगे क्या होगा इसपर में कुछ नहीं कह सकता.'
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जेडीयू बोली आत्ममंथन करे कांग्रेस
वहीं, जेडीयू का भी बयान आया है. बिहार इकाई के प्रमुख उमेश कुशवाहा ने कहा कि पूरी दृढ़ता से विपक्षी गठबंधन इंडिया के साथ हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि गठबंधन और सीट बंटवारे पर कांग्रेस आत्ममंथन करे.
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