टिकट कटने के बाद Harsh Vardhan ने राजनीति से संन्यास का किया ऐलान, 'कृष्णानगर की क्लिनिक कर रही इंतजार'

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Mar 03, 2024, 03:54 PM IST

DR. Harsh vardhan

Harsh Vardhan Announce Retirement: चांदनी चौक से टिकट कटने के बाद डॉक्टर हर्षवर्धन ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखे एक भावुक पोस्ट में इसकी सूचना दी. 

बीजेपी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है जिसमें कई दिग्गजों का टिकट काटा गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद डॉक्टर हर्षवर्धन को भी टिकट नहीं मिला. लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले उन्होंने राजनीतिक पारी को विराम देने का ऐलान कर दिया है. सोशल मीडिया पर लिखे एक भावुक पोस्ट में उन्होंने पार्टी और कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया. पेशे से डॉक्टर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कृष्णानगर की क्लिनिक उनका इंतजार कर रही है और अब वह उसे पूरा टाइम देने की कोशिश करेंगे. हर्षवर्धन चांदनी चौक लोकसभा सीट से वर्तमान में सांसद हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने उनकी जगह पर प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया है. 

सोशल मीडिया पर किया राजनीति से संन्यास का ऐलान 
हर्षवर्धन ने एक्स के अपने हैंडल पर लंबी पोस्ट लिखकर राजनीति से संन्यास का ऐलान किया है. उन्होंने लिखा, '20 सला के करियर में पार्टी ने मुझे 5 विधानसभा चुनाव और 2 लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया है. मैंने ये चुनाव बड़े अंतर से जीते और कई महत्वपूर्ण पदों पर भी काम करने का अवसर मिला. अब वक्त आ गया है कि मैं अपनी जड़ों की ओर वापस लौटूं.' 


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कृष्णानगर विधानसभा सीट से 5 बार बने थे विधायक 
हर्षवर्धन दिल्ली बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे और कृष्णानगर की सीट से वह लगातार 5 बार विधायक बने थे. चांदनी चौक इलाके में उनकी पहचान एक साफ-सुथरी छवि वाले नेता के तौर पर रही है. वह कृष्णानगर में अपना ईएनटी क्लिनिक भी चलाते रहे हैं. अब उन्होंने ऐलान किया है कि वह एक बार फिर पुराने क्लिनिक में बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे. उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं का भी लगातार सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया.


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पोस्ट में नहीं किया मौजूदा नेतृत्व का जिक्र 
डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपनी पोस्ट में आरएसएस और बीजेपी का नाम लिया, लेकिन मौजूदा नेतृत्व पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह या जेपी नड्डा का नाम नहीं लिया है. हालांकि, सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट पर समर्थकों और यूजर्स का कहना है कि यह बीजेपी का अनुशासन है कि सम्मानित ढंग से इन्होंने विदाई का ऐलान किया है. एक यूजर ने लिखा कि इसे कहते हैं कि सम्मान और गरिमा के साथ कैसे राजनीतिक पारी को विराम दिया जाए. 

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