डीएनए हिंदीः दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार दोपहर करीब 2.28 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. करीब 2 मिनट तक लोगों को इसके झटके महसूस हुए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल में था. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.8 बताई जा रही है. तरह से करीब 10 किमी नीचे आए इस भूकंप से अभी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
बता दें कि इससे पहले 5 जनवरी को भी दिल्ली में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे. भूकंप को रिक्टर स्केल पर 5.9 तीव्रता वाला आंका गया है, जिसका केंद्र बेहद दूर अफगानिस्तान के फैजाबाद (Fayzabad) में था. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र सतह से करीब 200 किलोमीटर नीचे गहराई में था.
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
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