डीएनए हिंदी: देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलावर दोपहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. लगभग 10 सेकेंड तक धरती जोरदार तरीके से हिलती रही. भूकंप के बाद लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल गए. फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई है. EMSC के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के किश्वताड़ से दक्षिण पूर्व की ओर 30 किलोमीटर दूर था.
भूकंप के बाद जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में बच्चे डर गए हैं और बाजारों में दुकानें बंद करके लोग बाहर आ गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि भूकंप के झटके बहुत जोरदार थे और काफी देर तक जमीन हिलती रही.श्रीनगर के एक स्थानीय नागिरक ने बताया कि पिछले हफ्ते भी भूकंप आया था लेकिन इस बार भूकंप के झटके पिछली बार से काफी तेज थे.
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नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप दोपहर 1 बजकर 33 मिनट पर आया. भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 6 किलोमीटर नीचे था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के अलावा पाकिस्तान और चीन के सीमावर्ती इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
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धरती पर क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
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