डीएनए हिंदी: नेपाल में शुक्रवार रात 6.4 तीव्रता के जोरदार भूकंप आया, इसके झटके भारत की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए. नेपाल में इस भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है, इसमें अब तक 128 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 150 लोगों का इलाज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अभी मौत के आंकड़ों की संख्या बढ़ सकती है. इस बीच एक भूकंपविज्ञानी ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है.
इंडिया टुडे रिपोर्ट के मुताबिक, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के पूर्व वरिष्ठ भूकंप विज्ञानी डॉ. अजय पॉल ने बताया कि पिछले महीने नेपाल में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था और पहले भूकंप का केंद्र डोटी था, जो आज भूकंप के केंद्र के करीब है. इसका मतलब यह है कि केंद्रीय बेल्ट सक्रिय रूप से ऊर्जा जारी कर रही है.
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दिल्ली-एनसीआर के लोगों को दी सतर्क रहने की चेतवानी
डॉ. अजय पॉल ने दिल्ली- एनसीआर के लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि सभी अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहें. यहां पर आपको बता दें कि कई वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है कि हिमालय क्षेत्र में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है क्योंकि भारतीय टेक्टोनिक प्लेट उत्तर की ओर बढ़ने पर यूरेशियन प्लेट के साथ संघर्ष कर रही है. जानकारी के मुताबिक, लगभग 40 से 50 मिलियन साल पहले जब भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकराने के लिए हिंद महासागर से उत्तर की ओर बढ़ी थी तो हिमालय का निर्माण हुआ था.
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हिमालय के नीचे बन रहा है दबाव
विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालय के नीचे दबाव बन रहा है क्योंकि भारतीय प्लेट उत्तर की ओर बढ़ रही है. जिसकी वजह से यूरेशियन प्लेट के साथ संघर्ष हो रहा है. ऐसे में हिमालय पर ज्यादा दबाव पड़ेगा तो संभवत कई बड़े भूकंप आ सकते हैं. जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 8 से भी ज्यादा हो सकती है. हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि सटीक भविष्यवाणी करने के लिए अभी तक ऐसा कोई माध्यम नहीं बन पाया है, किसी से पता लगाया जा सके कि भूकंप कब तक आएगा और इसकी तीव्रता कितनी हो सकती है.
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