डीएनए हिंदी: कोरोना महामारी के दौरान कोविड सेंटर में महाराष्ट्र में हुए कथित घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें सुजीत पाटकर और डॉ. किशोर बिसुरे को गिरफ्तार किया गया है. सुजीत पाटकर को शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत का करीबी माना जाता है. कहा जा रहा है कि यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता किरीट सोमैया की शिकायत के आधार पर की गई है.
आरोप है कि बीएमसी की ओर से मुंबई में जो जंबो कोविड सेंटर बनाए गए थे उसमें घोटाला किया गया है. आरोपों के मुताबिक, बीएमसी ने अयोग्य लोगों को कोविड सेंटरों का ठेका दिया गया था. किरीट सोमैया ने आरोप लगाए थे कि कुछ ऐसी कंपनियों को ठेका दिया गया जिनको कोविड से ठीक पहले बनाया गया था. आरोप है कि नगर निगम ने इन नियमों को दरकिनार कर दिया और नई कंपनियों को ठेका दे दिया.
यह भी पढ़ें- 'ना सड़क पर नमाज, ना पूजा' नोएडा पुलिस ने लगा दी है धारा 144, जानें कारण
क्या बोले संजय राउत?
इसी मामले में ईडी ने मुंबई में कई जगहों पर छापेमारी की. सुजीत पाटकर से संबंधों के बारे में संजय राउत ने कहा है कि वह सिर्फ उनके दोस्त हैं. ईडी की जांच में सुजीत पाटकर की पत्नी और वर्षा राउत का नाम लिया गया था. सुजीत पाटकर का कहना है, 'मैं लाइफसाइंसेज हॉस्पिटल एंड मैंनेजमेंट फर्म में सिर्फ एक भागीदार भर हूं. कंपनी का मालिकाना हक हेमंत गुप्ता के पास है और यह कंपनी उन्हीं के क्लीनिक के नाम पर रजिस्टर्ड है.'
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से धंस गया गांव, अब तक 5 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें कि इससे पहले पात्रा चॉल घोटाले के आरोप में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का नाम भी सामने आया था. इसी मामले में संजय राउत गिरफ्तार हुए थे और काफी समय तक वह जेल में ही थे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.