दिल्ली के आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अब नया खुलासा किया है. ED ने दावा किया है कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता के. कविता (K Kavitha) ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहित AAP के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची थी. जांच एजेंसी ने कहा कि लाभ के बदले के कविता ने आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये का लेनदेन किया था.
ईडी ने के. कविता को 15 मार्च को हैदराबाद के बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था. उसके बाद दिल्ली लेकर आई थी. जहां विशेष पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें 23 मार्च तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया. कविता बीआरएस के चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी हैं. ईडी ने आरोप लगाया कि थोक विक्रेताओं से रिश्वत के रूप में अवैध पैसा लिया गया और आप नेताओं को फायदा पहुंचाया गया.
साउथ ग्रुप से जुड़ा था कनेक्शन
केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया है कि के कविता कथित तौर पर शराब कारोबारियों की लॉबी 'साउथ ग्रुप' से जुड़ी हुईं थीं. इस लॉबी ने 2021-22 में दिल्ली आबकारी नीति के दौरान एक बड़ी भूमिका निभाई थी. यह नीति अब रद्द की जा चुकी है. ईडी के मुताबिक दक्षिण भारत के शराब माफियाओं की लॉबी ने करोड़ों रुपये का एडवांस भी दिया था, ताकि बाद में शराब पर प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाकर वसूलना और इस नीति से दोगुना मुनाफा कमाया जाए. इस डील में के कविता की अहम भूमिका थी.
ED ने 245 ठिकानों पर की छापेमारी
दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई समेत देशभर में 245 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. इस मामले में अब तक दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, के. कविता और विजय नायर समेत पंद्रह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच एजेंसी ने कहा कि इस मामले में अपराध से अर्जित आय में से अब तक लगभग 129 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता लगाया जा चुका है.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.