डीएनए हिंदी: बिहार के बाद अब झारखंड में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संपर्क करने की कोशिश कर रही है लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका है. इस बीच ईडी ने दिल्ली स्थित उनके आवास से 36 लाख रुपये, एक कार और कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं. ठीक इसी समय रांची में धारा 144 लागू कर दी गई है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का आरोप है कि हेमंत सोरेन फरार हो गए हैं और अब वह अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि राष्ट्रपति शासन का यह सबसे अच्छा मौका है.
प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को हेमंत सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही. इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली. सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के दलों ने दिन भर की कार्रवाई के दौरान लगभग 36 लाख रुपये नकद, हरियाणा के नंबर प्लेट वाली एक बेनामी बीएमडब्ल्यू कार और कुछ 'आपत्तिजनक' दस्तावेज जब्त किए.
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कहां चले गए हेमंत सोरेन?
हेमंत सोरेन (48) ने निदेशालय को सूचित किया था कि वह बुधवार को दोपहर 1 बजे अपने आवास पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं. रांची में, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के एक पदाधिकारी ने बताया कि झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी से बाहर नहीं जाने और राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक बैठक में भाग लेने को कहा गया है.
रांची के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है. आदेश के मुताबिक, रांची में स्थित झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घर, राज भवन और ईडी ऑफिस के 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी. इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली और अन्य गतिविधियों की अनुमति नहीं है. यह आदेश आज सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक लागू रहेगा.
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बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस केस के बारे में कहा, 'मैंने लोकपाल से शिकायत की थी और सीबीआई ने प्राथमिक जांच की थी. आपको हैरानी होगी कि 82 संपत्तियां ऐसी हैं जो शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन और उनके परिवार की हैं लेकिन इन लोगों ने इसकी घोषणा अपने हलफनामे में नहीं की थी. जिस दिन इनके सारे केस खुल गए तो बच्चों को छोड़कर सोरेन परिवार में कोई भी शख्स चुनाव लड़ने के काबिल नहीं बचेगा.'
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