डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर सीएम उद्धव ठाकरे के सामने बड़ी शर्त रखी है. एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से एनसीपी और कांग्रेस पार्टी से गठबंधन तोड़ने की मांग कर दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पिछले ढाई वर्षों में MVA सरकार ने केवल घटक दलों को फायदा पहुंचाया और शिवसैनिकों को भारी नुकसान हुआ है.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि MVA में घटक दल मजबूत हो रहे हैं जबकि शिवसेना को व्यवस्थित रूप से खत्म किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पार्टी और शिवसैनिकों के अस्तित्व के लिए अस्वाभाविक मोर्चे से बाहर निकलना जरूरी है. महाराष्ट्र के हित में अब निर्णय लेने की जरूरत है.
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सियासी संकट के बीच पवार ने ठाकरे से की मुलाकात
महाराष्ट्र में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. पवार के साथ उनकी बेटी एवं राकांपा सांसद सुप्रिया सुले और पार्टी मंत्री जितेंद्र आव्हाड भी थे. NCP नेताओं ने मुख्यमंत्री के साथ दक्षिण मुंबई स्थित उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ में चर्चा की.
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हालांकि बैठक में क्या बात हुई यह पता नहीं चल सका. यह बैठक ठाकरे के वेबकास्ट के बाद हुई जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर पद छोड़ने की पेशकश की. उन्होंने अपने संबोधन में यह कहते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बगावत करने वाले शिवसेना के विधायकों को सुलह की पेशकश की कि यदि कोई शिवसैनिक उनकी जगह लेता है तो उन्हें खुशी होगी.
इससे पहले दिन में कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भी ठाकरे से फोन पर बात की थी. शिंदे के विद्रोह से ढाई साल पुरानी शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर संकट उत्पन्न हो गया है. शिंदे ने 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55 विधायक हैं. बुधवार तड़के शिंदे और अन्य बागी विधायकों को सूरत से असम के गुवाहाटी ले जाया गया, जहां वे मंगलवार से डेरा डाले हुए थे.
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