डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के 25 नेताओं की सुरक्षा वापस ली थी. अब एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना (Shivsena) तोड़कर अलग गुट बनाने वाले 41 विधायकों और 10 सांसदों को Y+ कैटगरी की सुरक्षा (Y+ Security) देने का फैसला लिया गया है. यह फैसला उपमुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाले गृह मंत्रालय ने लिया है. वहीं, पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण के साथ-साथ आदित्य ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार की सुरक्षा बरकरार रखी गई है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राज्यपाल बी एस कोश्यारी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को Z+ कैटगरी की सुरक्षा दी जाती रहेगी. इसके अलावा, एमएनएस चीफ राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मी ठाकरे और बेटे तेजस ठाकरे के अलावा एकनाथ शिंदे के बेटे और विधायक श्रीकांत शिंदे को पहले की तरह ही Y+ कैटगरी की सुरक्षा दी जाती रहेगी. देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस की सुरक्षा में Y+ कैटगरी से इजाफा करके X कैटगरी कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें- महा विकास अघाड़ी को एक और झटका, एकनाथ शिंदे सरकार ने हटाई 25 नेताओं की सुरक्षा
MVA गठबंधन के नेताओं की सुरक्षा ली गई वापस
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने महा विकास अघाड़ी के 25 नेताओं की सुरक्षा या तो खत्म कर दी थी या फिर कम कर दी थी. MVA के जिन नेताओं की सुरक्षा घटाई गई है उनमें जयंत पाटिल, छगन भुजबल और अनिल देशमुख प्रमुख हैं. इनके अलावा, नवाब मलिक, विजय वडेट्टीवार, बालासाहेब थोराट, नाना पटोले, भास्कर जाधव, सतेज पाटिल, धनंजय मुंडे, सुनील केदारे, नरहरि जिरवाल, वरुण सरदेसाई की सुरक्षा भी वापस ले ली गई है. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार और दिलीप वलसे पाटिल को वाई प्लस एस्कॉर्ट और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण को वाई कैटगरी की सुरक्षा दी गई है.
महाराष्ट्र की रामटेक लोकसभा सीट से सांसद कृपाल तमाने की सुरक्षा में भी इजाफा किया गया है. वहीं, समाजसेवी अन्ना हजारे की Z कैटगरी की सुरक्षा जारी रहेगी. दूसरी तरफ, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के केस की जांच करने वाले जस्टिस के यू चांदीवाल की सुरक्षा वापस ले ली गई है. महाराष्ट्र बीजेपी के चीफ चंद्रशेखर बावनकुले को Y+ कैटगरी की सुरक्षा के साथ एस्कॉर्ट की सुविधा दी गई है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.