डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद एकनाथ शिंदे गुट (Eknath Shinde Group) लगातार उद्धव ठाकरे गुट पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. विधानसभा में राहुल नार्वेकर के स्पीकर बनने के बाद अब शिंदे गुट ने पार्टी पर कब्जा लेने के लिए अपना दूसरा बड़ा दाव चल दिया है. दरअसल शिंदे गुट के चीफ व्हिप भरत गोगावल ने व्हिप के उल्लंघन के आरोप में पार्टी के 16 विधायकों को निलंबित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को याचिका दी है. इन 16 विधायकों में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी शामिल हैं. स्पीकर के कार्यालय की तरफ से यह पुष्टि की गई है कि 16 विधायकों को निलंबन के लिए नोटिस जारी किया जाएगा.
स्पीकर ने अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल के नेता पद से हटाया
इससे पहले रविवार रात उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका देते हुए महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया. विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा जारी पत्र में शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल किया गया और ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे के भरत गोगावले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया.
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इस बीच शिवसेना ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी. शिवसेना के बागी विधायक और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित पत्र में कहा गया है कि महाराष्ट्र विधान भवन प्रशासन को उनके धड़े से 22 जून को एक पत्र मिला था, जिसमें पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता पद से हटाने पर आपत्ति जताई गई थी. नार्वेकर के कार्यालय द्वारा रविवार रात जारी पत्र में कहा गया है कि मामले की वैधता पर चर्चा करने के बाद, विधानसभा अध्यक्ष ने पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में शिवसेना विधायक अजय चौधरी की नियुक्ति को खारिज कर दिया.
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