डीएनए हिंदी: शिवसेना (Shiv Sena) से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अब एक और दांव चलने की तैयारी में हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिंदे समर्थक विधायकों ने अपना नया गुट बनाने का फैसला किया है. इसका नाम 'शिवसेना - बालासाहेब ठाकरे गुट' होगा. दूसरी तरफ, शिवसेना ने भी अपनी बैठक बुलाई है. कहा जा रहा है कि शिवसेना एकनाथ शिंदे समेत कई बागी विधायकों को पार्टी से निलंबित करने की तैयारी कर रही है. महाराष्ट्र में जारी संकट (Maharashtra Political Crisis) के बीच ऐसा लग रहा है कि अब शिवसेना दोफाड़ हो जाएगी क्योंकि बागी विधायक किसी भी कीमत पर लौटने को तैयार नहीं हैं और अब उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने ऐलान कर दिया है कि मान-मनौव्वल का वक्त खत्म हो चुका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला बागी गुट आज औपचारिक ऐलान कर सकता है. यह गुट ऐलान करेगा कि अब वह शिवसेना का एक अलग गुट है और उसका नाम 'शिवसेना - बालासाहेब ठाकरे गुट' है. इस स्थिति में पार्टी के सिंबल पर भी खतरा आ सकता है. यही कारण है कि शिवसेना ने भी इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का मन बना लिया है.
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शिवसेना काडर को साधना चाहते हैं एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके साथ शिवसेना के लगभग 40 विधायकों का समर्थन है. इसी के आधार पर शिंदे ने शिवसेना पर ही दावा ठोंक दिया है. जानकारों के मुताबिक, 'शिवसेना - बालासाहेब ठाकरे गुट' नाम के जरिए शिवसेना दो हिस्सों में बंट जाएगी. एक होगा बालासाहेब गुट और दूसरा उद्धव गुट. शिंदे गुट मानकर चल रहा है कि इसी के जरिए ज्यादा से ज्यादा शिवसैनिक उनके गुट से इमोशनली कनेक्ट होंगे.
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वहीं, शिवसेना पहले ही डिप्टी स्पीकर से सिफारिश कर चुकी है कि बागियों में 16 विधायकों की सदस्यता खत्म की जाए क्योंकि वे पार्टी की आधिकारिक मीटिंग में शामिल नहीं हुए थे. इस मुद्दे पर डिप्टी स्पीकर राज्य के एडवोकेट जनरल से कानूनी सलाह ले रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि आज इन विधायकों को नोटिस जारी किया जा सकता है. शिवसेना की कोशिश है कि इन विधायकों की सदस्यता रद्द करवा दी जाए और पार्टी और सरकार दोनों को बचा लिया जाए.
सुरक्षा हटाने पर भड़के एकनाथ शिंदे
उधर बगावत करने वाले 38 विधायकों के परिवार की सुरक्षा हटाए जाने को लेकर एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के सीएम और गृहमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है. एकनाथ शिंदे ने लिखा है कि विधायकों और उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. इस पर जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा, 'आप विधायक हैं इसलिए आपको सुरक्षा दी गई है, आपके परिवार को सुरक्षा नहीं दी सकती.'
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शिवसेना सांसद संजय राउत ने यह भी दावा किया है कि बगावत करने वालों में से भी कई विधायक ऐसे हैं जो शिवसेना के संपर्क में हैं और लौटकर आने पर वह उद्धव ठाकरे के समर्थन में ही वोट करेंगे. संजय राउत ने कहा, 'आज हमने मीटिंग बुलाई है. हम साथ बैठेंगे और पार्टी के विस्तार और भविष्य पर चर्चा करेंगे. पार्टी बहुत बड़ी है और इसे इतनी आसानी से हाइजैक नहीं किया जा सकता. इसे हमने अपने खून से सींचा है. इसके लिए बहुत त्याग किया है. कोई इसे पैसे की ताकत से तोड़ नहीं सकता.'
फडणवीस को संजय राउत ने दी सलाह- अपनी इज्जत बचाइए
संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस को नसीहत देते हुए कहा, 'हमें पूरा भरोसा है कि एक बार बागी विधायक मुंबई लौट आएंगे तो वे हमारे पक्ष में आ जाएंगे. मैं देवेंद्र फडणवीस को सलाह देता हूं कि वह इसमें बहुत इनवॉल्व न हों और जितनी इज्जत बची है उसे बचाकर रखें. हम चुनाव में एक-दूसरे से निपट लेंगे.'
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राज्य के राजनीतिक हालात को देखते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने ठाणे शहर में धारा 144 लागू कर दी है. जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के राजनीतिक जुलूस, रैली और नारेबाजी पर 30 जून तक रोक लगा दी है. कहा जा रहा है कि शिवसेना समर्थक कुछ इलाकों में हंगामा कर रहे हैं.
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