डीएनए हिंदीः महाराष्ट्र में सप्ताह भर से जारी राजनीतिक संग्राम (Maharashtra Political Crisis) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक पहुंच गया है. शिवसेना के बागी शिंदे गुट की ओर से मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है. 15 विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपना पक्ष रखा है. इन विधायकों ने उन्हें अयोग्य ठहराने के डिप्टी स्पीकर के नोटिस को अवैध बताते हुए चुनौती दी है. इसके साथ ही उन्होंने खुद के और परिवार के लिए कोर्ट से सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है.
2 सदस्यीय बेंच करेगी सुनवाई
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी परदीवाला की पीठ दोनों याचिका की सुनवाई करेगी. जानकारी के मुताबिक मामले की सुनवाई में डिप्टी स्पीकर, राज्य विधान सभा सचिव, महाराष्ट्र सरकार, अजय चौधरी (उद्धव की तरफ से विधायक दल के नए नेता), सुनील प्रभु (उद्धव सरकार के नए चीफ व्हिप), भारत संघ, डीजीपी महाराष्ट्र आदि पक्ष शामिल हैं. इस मामले में शिंदे गुट की ओर से दिग्गज वकील हरीश साल्वे केस की पैरवी करेंगे. वहीं, शिवसेना की ओर से भी वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी दलीलें देंगे.
ये भी पढ़ेंः बागी विधायकों पर भड़के संजय राउत, कहा- वे जिंदा लाश हैं, आत्मा मर चुकी है
किन विधायकों ने दाखिल की याचिका
सुप्रीम कोर्ट में भारत गोगावले, प्रकाश राजाराम सुर्वे, तन्हाजी जयवंत सावंत, महेश संभाजीराजे शिंदे, अब्दुल सत्तार, संदीपन आसाराम भुमरे, संजय पांडुरंग सिरशसती, यामिनी यशवंत जाधव, अनिल कलजेराव बाबर, लतबाई चंद्रकांत सोनवणे, रमेश नानासाहेब बोर्नारे, संजय भास्कर रायमुलकरी, चिमनराव रूपचंद पाटिल, बालाजी देवीदासराव कल्याणकर और बालाजी प्रहलाद किनिलकर ने याचिका दाखिल की है. भारत गोगावले को बागी गुट अपना मुख्य सचेतक नियुक्त कर चुका है.
ये भी पढ़ेंः बागी विधायकों को शिवसैनिकों से खतरा, मूकदर्शक बनी पुलिस, राज्यपाल ने केंद्र से मांगी सुरक्षा
'असम से 40 शव आएंगे'
शिवसेना के बागी विधायकों पर संजय राउत (Sanjay Raut) लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिसकी वजह से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. संजय राउत ने बागी नेताओं पर जमकर हमला बोला है. संजय राउत ने बागी विधायकों को मुर्दा करार दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र का नया सियासी संकट शिवसेना को फिर से जीवित करने का एक अवसर है. संजय राउत ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान कहा, 'हमने सबक सीख लिया है कि किस पर भरोसा किया जाना चाहिए. वे ऐसे शरीर हैं, जिनकी आत्मा मर चुकी है. उनका मस्तिष्क मर चुका है. 40 शव असम से आएंगे और पोस्टमॉर्टम के लिए सीधे मुर्दाघर भेजे जाएंगे.' संजय राउत का इशारा गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना विधायकों की ओर था. उन्होंने सभी बागी विधायकों के बारे में कहा है कि 40 शव असम से आएंगे और पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर भेजे जाएंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.