डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर हो सकता है. शिवसेना के सीनियर नेता एकनाथ शिंदे ने MVA सरकार की टेंशन बड़ा दी है. एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र से गुजरात पहुंच गए और उद्धव ठाकरे को कानों-कान खबर तक नहीं हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एकनाथ शिंदे के इस विद्रोह से महाराष्ट्र के गृह विभाग के प्रबंधन पर सवालिया निशान उठाए जा रहे हैं.
सूत्रों द्वारा दावा किया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे कुछ विधायकों के साथ पुलिस सुरक्षा में मुंबई-सूरत मार्ग से गुजरात पहुंचे. तलसारी तक महाराष्ट्र पुलिस के सुरक्षा गार्ड एकनाथ शिंदे के साथ थे. इसके बाद वे सभी गुजरात पुलिस की सुरक्षा में आगे बढ़े लेकिन महाराष्ट्र पुलिस के गार्ड्स ने मूवमेंट की जानकारी राज्य के गृह मंत्रालय या मुख्यमंत्री कार्यालय को नहीं दी थी.
पढ़ें- Maharashtra Political Crisis Live: पढ़िए महाराष्ट्र के 'सियासी ड्रामे' से जुड़े लाइव अपडेट्स
ठाकरे के प्रतिनिधियों ने बागी एकनाथ शिंदे से की मुलाकात
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा भेजे गए शिवसेना के दो नेताओं ने मंगलवार को सूरत के एक होटल में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों से मुलाकात की और महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी (MVA) सरकार के अस्तित्व को खतरे में डालने की क्षमता वाले आंतरिक संकट को दूर करने को लेकर विस्तृत चर्चा की. ठाकरे के विश्वासपात्र मिलिंद नार्वेकर व रवींद्र फाटक तथा शिंदे और अन्य विधायकों के बीच यह चर्चा होटल में हुई.
पढ़ें- President Election: बीजेपी दफ्तर में चल रही बैठक, पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद
एकनाथ शिंदे व व उनके समर्थक विधायक सोमवार देर रात से डेरा डाले हुए हैं. करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना नार्वेकर और फाटक सड़क मार्ग से मुंबई रवाना हो गए. महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) चुनाव के नतीजे आने के कुछ घंटे बाद शिंदे और उनके समर्थक विधायक सोमवार देर रात सूरत के होटल पहुंचे.
पढ़ें- Yashwant Sinha: अधिकारी की कुर्सी से राष्ट्रपति की रेस तक किन-किन राहों से गुजरे सिन्हा
विधान परिषद की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने उन सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की जिन पर उसने उम्मीदवार उतारे थे. हालांकि भाजपा के पास चार उम्मीदवारों को जिताने के लिए वोट थे. भाजपा ने यह जीत परोक्ष तौर पर MVA घटक दलों के कुछ विधायकों की क्रॉस-वोटिंग के आधार पर हासिल की. NCP और शिवसेना ने दो-दो सीटों पर जीत हासिल की. MVA के एक अन्य सहयोगी- कांग्रेस को झटका लगा क्योंकि पार्टी के एक एमएलसी उम्मीदवार भाजपा के पांचवें उम्मीदवार से हार गए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.