डीएनए हिंदी: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी के बाद दिल्ली और पंजाब एयरपोर्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और पंजाब के सभी एयरपोर्ट पर 30 नवंबर तक टेंपरेरी विजिटर एंट्री पास पर रोक लगा दी है. बीसीएएस ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को अस्थायी विजिटर एंट्री पास न देने का आदेश दिया है. खालिस्तानी आतंकी ने 19 नवंबर को एयर इंडिया के विमानों में ट्रैवल न करने की धमकी दी थी.
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विमानन सुरक्षा नियामक ने कहा कि दिल्ली और पंजाब के सभी एयरपोर्ट, हवाई क्षेत्रों, वायु सेना के स्टेशनों और उड़ान स्कूलों की सुरक्षा बढ़ाई गई है. खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी के बाद एयर इंडिया भी अलर्ट मोड पर है. लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़ी चेकिंग की जा रही है. एयरपोर्ट के सेकेंडरी लैडर पॉइंट पर यात्रियों के सामान की मैनुअली चेकिंग की जाएगी. बोर्डिंग से ठीक पहले यात्रियों के बैग्स और सामान को फिर चेक किया जाएगा.
पन्नू ने क्या दी थी धमकी?
बता दें कि सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो जारी करके एअर इंडिया की 19 नवंबर की उड़ानों के यात्रियों को धमकी दी थी, जिस दिन आईसीसी विश्व कप फाइनल होगा. पन्नू ने कहा था कि सिख समुदाय को लेकर 19 नवंबर को एयर इंडिया से ट्रैवल न करें. इस दिन वैश्विक नाकाबंदी होगी. पन्नू ने कहा कि जिसने भी एयर इंडिया से यात्रा की उसकी जान खतरे में पड़ जाएगी. पन्नू ने यहा भी कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट का नाम बदल दिया जाएगा, जिस दिन वर्ल्ड कप क्रिकेट का फाइनल होगा.
सरकार ने बनाया एक्शन प्लान
एयर इंडिया के यात्रियों को गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा दी गई धमकी देने के मद्देनजर भारत ने कहा कि वह ऐसे चरमपंथी तत्वों को जगह न देने के लिए विदेशी सरकारों पर दबाव डालना जारी रखेगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत इस तरह की आतंकवादी धमकियों की कड़ी निंदा करता है और वह आवश्यक सुरक्षा कदम उठाएगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘हम इस तरह की आतंकवादी धमकियों की कड़ी निंदा करते हैं. मैं विवरण में नहीं जाना चाहता क्योंकि यह सिर्फ उसे (उक्त तत्वों) को दृश्यता देता है.’ उन्होंने कहा कि हम हिंसा और धमकी देने वाले कट्टरपंथी और आतंकवादी तत्वों की गतिविधियों पर विदेशी सरकारों के साथ जुड़े हुए हैं. हम इन सरकारों पर ऐसे चरमपंथी तत्वों को जगह न देने के लिए दबाव डालना जारी रखेंगे.’
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