डीएनए हिंदीः मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) 3 अक्टूबर को रिटायर हो गए. किसान आंदोलन के बाद से ही मोदी सरकार पर हमला बोल रहे मलिक ने रिटायत होते ही केंद्र पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वह यूपी बुलंदशहर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने भर्ती व्यवस्था को लेकर केंद्र पर कई आरोप लगाए. मलिक ने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है.
अग्निवीर योजना पर साधा निशाना
मलिक ने कहा कि चार साल से युवा सड़कों पर दौड़ रहा है और सरकार ने भर्ती रोक दी. अग्निवीर योजना पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये योजना केवल तीन साल के लिए है और इसमें पेंशन की भी व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और मंहगाई से बड़ी देश में कोई समस्या नहीं है. बच्चे स्कूल-कॉलेजों से पढ़-लिखकर बाहर निकल रहे हैं लेकिन उन्हें कहीं नौकरियां नहीं मिल रही हैं. इन मामलों पर सरकार शांत बैठी है.
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MSP की गारंटी से ही होगा किसानों का भला
किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए मलिक ने कहा कि बिना एमएसपी की गारंटी दिए किसानों का भला नहीं होगा. किसानों ने तीन कृषि कानूनों को वापस कराने के लिए जिस तरह की एकजुटता दिखाई है वैसी ही एमएसपी के लिए भी दिखानी होगी. एमएसपी के लिए एक बड़े आंदोलन की जरूरत है. उन्होंने किसानों से यह भी कहा कि वह अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दें. इसी से उनका भविष्य संवर सकेगा.
बता दें कि सत्यपाल मलिक को 2017 में बिहार का राज्यपाल बनाया गया था. इसके बाद वर्ष 2019 में उन्हें जम्मू कश्मीर का राज्यपाल बनाकर भेजा गया. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की कार्रवाई के बाद उन्हें पहले गोवा भेजा गया और उसके बाद मेघालय ट्रांसफर कर दिया गया. वह पिछले काफी समय से मोदी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर लगातार हमला बोला था.
(इनपुट - आईएएनएस)
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