डीएनए हिंदी: मेडिकल स्टोर पर दवा की एक-दो गोली लेने गए ग्राहकों को अक्सर जरूरत से ज्यादा मेडिसिन लेनी पड़ती है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि दवा का पत्ता (Medicine Strip) कट जाने के बाद उस पर एक्सपायरी डेट आदि जैसी अहम डिटेल नहीं होती है. इसके चलते दुकानदारों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है. हालांकि अब सरकार एक योजना बना रही है, जिससे ग्राहकों और दुकानदारों को सहूलियत मिलेगी. साथ ही ग्राहकों को आर्थिक नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा.
दवा का एक पूरा पत्ता जबरन खरीदने से न केवल दवा बर्बाद होती है बल्कि ग्राहकों पर भी अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ता है. अब इस समस्या से निजात पाने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है. कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री इस पर एक योजना बना रही है, जिसे लेकर मेडिसिन इंडस्ट्री से भी बातचीत हो रही है.
इसे भी पढ़ें- New Parliament Building Inauguration के बायकॉट पर विपक्षी दल एकजुट, क्या मिशन-2024 की दिखने लगी झलक?
मंत्रालय ने जारी किया है ऐसा नोटिफिकेशन
मेडिसिन को लेकर मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके मुताबिक, अब गैर जरूरी मात्रा में दवा नहीं खरीदनी पड़ेगी. अब पहले की तरह पत्ते पर एक जगह सारी जानकारी देने के बजाय हर टेबलेट पर जानकारी दी जाएगी. पत्ते के हर टेबलेट पर मेकिंग, एक्सपायरी और बैच जैसी डीटेल्स दी जाएंगी. इस हिसाब से आपको अपनी जरुरत के हिसाब से दवा मिल जाएगी. कुछ दवाओं के लिए आपको पूरा पत्ता नहीं खरीदना पड़ेगा.
मंत्रालय ने दिए कुछ ऐसे सुझाव
मंत्रालय ने हाल में ही कई फार्मा उद्योग के दिग्गजों के साथ बैठक की. जिसमें दवाओं के पैकेजिंग को लेकर भी चर्चा की गई. मंत्रालय ने सुझाव दिया कि दवाओं की पैकेजिंग के लिए नई तकनीकों की खोज की जानी चाहिए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.