डीएनए हिंदी: जाने-माने उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) ने मंगलवार को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश को लेकर सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि उनका किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि Cryptocurrency में निवेश सभी खबरें झूठी और बेबुनियाद हैं.
रतन टाटा ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैं लोगों से इससे दूर रहने का आग्रह करता हूं. मेरा किसी भी तरह की क्रिप्टो करेंसी से कोई संबंध नहीं हैं.’ उन्होंने अपने निवेश के बारे में प्रकाशित एक लेख का ‘स्क्रीनशॉट’ साझा करते हुए लिखा, ‘अगर आप क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के साथ मेरे जुड़ाव का उल्लेख करने वाला ऐसा कोई भी लेख या विज्ञापन देखते हैं, तो वे बिल्कुल झूठ हैं और उनका मकसद नागरिकों के साथ घोटाला करना है.’
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महिंद्रा समूह की भी उड़ी थी अफवाह
टाटा से पहले महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने भी 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की खबरों से इनकार किया था. महिंद्रा ने इस संपत्ति में निवेश के दावे वाली रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से मनगढंत और धोखाधड़ी वाली रिपोर्ट है. महिंदा ने दावा किया था कि उन्होंने ‘क्रिप्टोकरेंसी में एक रुपये का भी निवेश नहीं किया है.’
Cryptocurrency के नाम पर फ्रॉड जाल
बता दें कि देश में क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की जा रही है. भारत में ऐसे केसों की लगातार बढ़ोतरी हो रही है. अद्योगपतियों के नाम पर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बेचने का धंधा चलाया जा रहा है.
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