डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की गौतमबुद्धनगर (GautamBudh Nagar) जिला पुलिस ने रविवार को फर्जी वीजा देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया. नोएडा (Noida) पुलिस ने गिरोह के 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान दिल्ली के अशोक नगर निवासी आशुतोष पांडे (Ashutosh Pandey), खोड़ा गाजियाबाद निवासी प्रवीण कुमार गौड़ उर्फ विक्रांत (Praveen Kumar Gaur) और गाजियाबाद के छिजारसी निवासी इमरान खान (Imran Khan) के तौर पर की गई है.
गल्फ कंट्रीज में नौकरी दिलाने का देते थे झांसा
नोएडा पुलिस के मुताबिक, ये तीनों आरोपी सेक्टर-2 में 'ओम कंसल्टेंसी' के नाम से अपना ऑफिस चला रहे थे. इस ऑफिस में ये लोग गल्फ कंट्रीज में नौकरी दिलाने का काम कर रहे थे, लेकिन इसकी आड़ में ये नौकरी का आवेदन करने वाले बहुत सारे लोगों को फर्जी वीजा थमाकर ठगी कर रहे थे. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद नोएडा पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर-2 रजनीश वर्मा, एएसपी रणविजय सिंह और फेज-1 थाना प्रभारी वीरेश पाल ने टीम के साथ रविवार को आरोपियों को उनके ऑफिस से गिरफ्तार किया.
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40 से 65 हजार रुपये तक वसूलते थे वीजा के लिए
फेज-1 थाने में मोहम्मद नाजिद नाम के पीड़ित ने तीनों के खिलाफ IPC की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत FIR दर्ज कराई थी. थाना प्रभारी के मुताबिक, जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए फर्जी वीजा बना रहे थे. इस फर्जी वीजा के बदले वे 40 हजार से लेकर 65 हजार रुपये तक की वसूली करते थे. आरोपियों के कब्जे से 15 पासपोर्ट और 4 फर्जी वीजा बरामद किए गए हैं. उनके दो साथियों गजेंद्र सिंह और अशवीर सिंह का नाम भी सामने आया है, जो फिलहाल फरार हैं.
वीजा लेते समय रखें ध्यान, वरना विदेश में काटेंगे जेल
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