झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 43 सीटों पर आज यानी 13 नवंबर को वोटिंग होगी. मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा. इस चरण में 20 सीटें अनुसूचित जन जाति (ST), 6 अनुसूचित जाति (SC) और 17 सामान्य के लिए आरक्षित हैं. राज्य में INDIA गठबंधन और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर है. 2019 के चुनाव में इनमें से 25 सीटों पर JMM-कांग्रेस-आरजेडी के गठबंधन ने जीती थीं, जबकि भाजपा मात्र 13 सीटें हासिल कर सकी.
पहले चरण 43 सीटों पर कुल 683 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पूर्व सीएम चंपई सोरेन, हेमंत सरकार में मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कई दिग्गज चुनाव मैदान में हैं. सीएम की कुर्सी से हटाए जाने के एक महीने बाद ही बीजेपी में शामिल हुए चंपई सोरेन कोल्हान प्रमंडल की अपनी परंपरागत सीट सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से वह अब तक छह बार विधायक चुने गए हैं.
चंपई सोरेन साल 1991 से लेकर 2019 तक लगातार चुनाव जीतकर विधायक बने. वह सात चुनावों में सिर्फ एक बार साल 2000 में हारे थे. सरायकेला सीट से उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के गणेश महली सीधी टक्कर दे रहे हैं. महली पिछले 2 चुनावों में यहां भाजपा के प्रत्याशी थे. इस बार के मुकाबले में अंतर सिर्फ इतना है कि दोनों की पार्टियां बदल गई हैं. बीजेपी ने झारखंड चुनाव में जिन प्रमुख चेहरों को फ्रंट पर रखा है, उनमें चंपई सोरेन भी एक हैं.
हेमंत सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव को लोहरदगा सीट पर आजसू पार्टी की नीरू शांति भगत सीधी टक्कर दे रही है.। पिछले चुनाव में इस सीट पर भाजपा और आजसू दोनों पार्टियों ने अपने अलग-अलग प्रत्याशी उतारे थे, जिसका सीधा फायदा डॉ रामेश्वर उरांव को हुआ था. इस बार भाजपा-आजसू एक हैं. ऐसे में डॉ रामेश्वर उरांव के लिए सीट बचाना आसान नहीं दिख रहा.
इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
गढ़वा सीट से हेमंत सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर का त्रिकोणीय मुकाबला है. भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है. पूर्व में ये दोनों इस सीट से विधायक रहे हैं और दोनों का इलाके में अपना-अपना प्रभाव है. जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर कांग्रेस कोटे के मंत्री बन्ना गुप्ता का सीधा मुकाबला पूर्व मंत्री जदयू के सरयू राय से है. इन दोनों ने इस सीट पर दो-दो बार जीत दर्ज की है. सरयू राय पिछली बार इस सीट को छोड़कर जमशेदपुर पूर्वी सीट पर निर्दलीय मैदान में उतरे थे और उन्होंने तत्कालीन सीएम रघुवर दास को हराकर झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी थी.
हाईप्रोफाइल सीटों में शामिल रांची विधानसभा सीट पर विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा की सरकारों में मंत्री रहे सीपी सिंह को झामुमो की प्रत्याशी राज्यसभा की सांसद डॉ महुआ माजी सीधी चुनौती दे रही हैं. इस चरण की प्रमुख सीटों में एक पोटका भी है, जहां भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा का मुकाबला मौजूदा झामुमो विधायक संजीव सरदार से हो रहा है.
इसी तरह जगरनाथपुर सीट पर पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी और पूर्व में कांग्रेस के टिकट पर विधायक-सांसद रह चुकीं भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा का मुकाबला कांग्रेस के विधायक सोना राम सिंकू से हैं. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे और पूर्व आईपीएस डॉ अजय कुमार और भाजपा की प्रत्याशी ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू के बीच टक्कर है. (इनपुट- आईएएनएस)
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