इस वक्त पूर्वोत्तर के राज्यों से लेकर महाराष्ट्र और बिहार से लेकर उत्तराखंड के कई हिस्से बाढ़ (Flood) की तबाही झेल रहे हैं. असम में बाढ़ (Assam Flood) की वजह से भारी तबाही मची हुई है. दूसरी ओर महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे देश तक 8 जुलाई के बाद पहुंचता है. इस बार जुलाई के पहले सप्ताह में ही देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात
असम (Assam Flood) में अब तक 21 लाख लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं. राज्य पुलिस, आपदा प्रबंधन और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. पूर्वोत्तर के राज्यों में मानसून समय से 6 दिन पहले पहुंचा था. अरुणाचल प्रदेश, मेघालय से लेकर बाकी राज्यों में भी लगातार बारिश हो रही है. कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
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कई और राज्यों में भी बाढ़ की वजह से हालात खराब
पश्चिम बंगाल में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार में कोशी नदी वाले इलाके में भी बारिश और बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. यूपी के कुछ जिलों में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं. उत्तराखंड में ऋषिके, रुद्रकाशी और ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश, भूस्खलन की वजह से हालात मुश्किल बने हैं. लोगों से नदी किनारे जाने से बचने के लिए कहा गया है. उत्तराखंड में उधमसिंह नगर में नानक सागर से वहां लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से बाढ़ के हालात हैं.
महाराष्ट्र के अकोला में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बन गए हैं. राजधानी मुंबई, पुणे, अलीबाग समेत कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश की वजह से लोगों के लिए घर से निकलना मुश्किल हो रहा है. मुंबई में मंगलवार को सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
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